गड़बड़ करने के लिए अंधेरे कायम रख रहे मंडी अधिकारी उजाले के लिए तरस रही 9 साल से कृषि उपज मंडी

in #palera2 years ago

गड़बड़ करने के लिए अंधेरे कायम रख रहे मंडी अधिकारी

उजाले के लिए तरस रही 9 साल से कृषि उपज मंडी

6 करोड़ की लागत से बनी कृषि उपज मंडी आज भी अधूरी

जगह-जगह टूटी पड़ी बाउंड्री वाल किसानों को असामाजिक तत्व से रहता है डरScreenshot_2022_0516_181053.jpg

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पत्रकार सददाम राईन
Screenshot_2022_0516_181115.jpgपलेरा।। पलेरा नगर में स्थित गल्ला मंडी में बुंदेलखंड पैकेज के द्वारा छह करोड़ की लागत से कृषि उपज मंडी का निर्माण कार्य 2013 में पूर्ण हो गया था तभी से आज तक मंडी उजाले के लिए तरस रही। अनियमितता करने के लिए अंधेरा होना लाभदायक होता है इसलिए विगत 9 वर्षों से मंडी अधिकारी मंडी में अंधेरा कायम किये हुए हैं। वहां पर आने वाले किसान आने वाले समय में गेहूं खरीदी केंद्र का काम चालू होना है जहां पर किसानों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है कई बार किसानों ने वरिष्ठ अधिकारियों को भी अवगत कराया कि रात के अंधेरे में हम लोगों को यहां समय बिताना पड़ता है और अपने गेहूं की रखवाली करनी पड़ती है लेकिन कई बार शिकायत करने के बाद भी 2013 से आज तक वहां पर लगी लाइटें टूट कर गिर गई हैं लेकिन 9 साल बीत जाने के बाद भी कृषि उपज मंडी में लगी लाइटें नहीं जली जबकि 6 करोड़ की लागत में वहां पर कई वेयरहाउस एवं बान्ड्री बाल का निर्माण किया गया किसानों के लिए रुकने की व्यवस्था की गई लेकिन सिर्फ कागजों में किसानों की रुकने की व्यवस्था रहती है जहां पर किसानों को रुकना पड़ता है वहां पर किसी उपज मंडी के अधिकारी के द्वारा उसको स्टॉक रूम बना कर खाली बारदाना रखते हैं किसानों को खुले आसमान के नीचे रात वितानी पडती है तो वही किसानों को खाने पीने के लिए व्यवस्था भी शासन द्वारा होनी चाहिए थी लेकिन 9 वर्ष बीत जाने के बाद भी किसानों को ऐसी कोई योजनाओं का लाभ नहीं मिला और तो और जो कृषि उपज मंडी की बाउंड्री वॉल बनी है उसे भी किसी अज्ञात व्यक्ति के द्वारा कई जगह से तोड़ा गया है लेकिन किसी उपज मंडी के अधिकारियों के द्वारा आज दिनांक तक अज्ञात लोगों पर ना ही f.i.r. की गई ना ही उनकी कोई शिकायत की गई जब इस संबंध में कृषि उपज मंडी के अधिकारी से बात की गई तो उनका कहना रहता है कि हमने अपने वरिष्ठ अधिकारियों को इस पूरे मामले को संज्ञान में दिया है बहुत जल्द टूटी हुई बॉण्डरी वालों का निर्माण किया जाएगा कई बार किसानों के साथ किसी उपज मंडी के अंदर गेहूं चोरी होने की वारदात भी सामने आई लेकिन कृषि उपज मंडी के अधिकारियों की उदासीनता के चलते किसानों को इन भारी समस्याओं का सामना करना पड़ता है और वही शाम होते ही वहां पर कई वार्डो के लोग सौच करने के लिए पहुंच जाते हैं जिससे वहां पर आए किसानों को काफी समस्याएं होती हैं लेकिन 9 साल बीत जाने के बाद भी कृषि उपज मंडी के अधिकारियों के द्वारा वहां पर कोई ऐसे ठोस कदम नहीं उठाए गए जिससे किसानों को समस्याओं का सामना ना करना पड़े जबकि कई बार इस खबर को प्रकाशित किया लेकिन अभी तक किसी भी अधिकारियों के द्वारा इस मामले में संज्ञान नहीं लिया गया इससे साफ जाहिर होता है कि कहीं ना कहीं इसमें वरिष्ठ अधिकारियों की भी मिलीभगत सामने नजर आती है।।

इनका कहना है

कृषि उपज मंडी के सचिव सुरेंद्र खरे का कहना है कि अभी ठेकेदार के द्वारा मंडी को हम लोगों को हैंडोवर नहीं किया गया है जिसकी वजह से इतना समय निकल जाने के बाद भी लाइट नहीं जल पाई और टूटी हुई बाउंड्री वाल का जल्द ही निर्माण किया जाएगा।।

Screenshot_2022_0516_181106.jpgसुरेंद्र खरे मंडी सचिव

जतारा अनुविभागीय अधिकारी संजय कुमार जैन का कहना है कि हमने अभी-अभी पदभार ग्रहण किया है हम पलेरा तहसीलदार एवं कृषि उपज मंडी के अधिकारी से बात करके जल्दी निर्देशित करते हैं और स्ट्रीट लाइट चालू करवाते हैं एवं बांडी बाल भी जो टूटी पड़ी है पुनः बनवाते हैं जिससे किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या का सामना ना करना पड़े।।

जतारा अनुविभागीय अधिकारी संजय कुमार जैन