पाकिस्तान के सियासी संकट पर भारत ने पहली बार दिया बयान, इमरान सरकार पर कही ये बात

in #pakistan2 years ago

नई दिल्ली: पाकिस्तान में सियासी घमासान खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है और पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने गुरुवार को ऐतिहासिक फैसला सुनाते हुए प्रधानमंत्री इमरान खान (Imran Khan) को तगड़ा झटका दिया. सुप्रीम कोर्ट ने राष्ट्रपति के आदेश को पलटते हुए पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली को बहाल कर दिया है. कोर्ट के फैसले के बाद अब 9 अप्रैल को संसद में फिर इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होगी. इस बीच भारत ने पहली बार पाकिस्तान के सियासी संकट पर बयान दिया है.पाकिस्तान में चल रहे सियासी उठापटक को भारत ने आंतरिक मामला बताया है और इस पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है. पाकिस्तान में राजनीतिक घटनाक्रम पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा, 'यह उनका आंतरिक मामला है, वास्तव में मुझे अभी कोई टिप्पणी नहीं करनी है. हम घटनाक्रम देख रहे हैं, लेकिन हम आंतरिक मामलों पर टिप्पणी नहीं करते हैं.'अविश्वास प्रस्ताव हारने पर पद से हटेंगे इमरान खान

पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि तीन अप्रैल को पाकिस्तान संसद में अविश्वास प्रस्ताव रद्द करना संविधान के खिलाफ था. कोर्ट के फैसले के मुताबिक, 9 अप्रैल को संसद में फिर वोटिंग होगी. अब अगर इमरान खान (Imran Khan) अविश्वास प्रस्ताव हार जाते हैं तो पाकिस्तान के इतिहास में यह पहली बार होगा जब कोई प्रधानमंत्री अपने पद से निष्कासित होगा.पाकिस्तान की नेशनल एसेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पास करने के लिए 172 सांसदों की जरूरत है, जबकि इमरान खान (Imran Khan) की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) के पास इस समय 142 सदस्य मौजूद हैं, जबकि विपक्षी पार्टियों का दावा है कि उनको 199 सदस्यों का समर्थन मिला हुआ है. ऐसे में अगर अविश्वास प्रस्ताव पर वोटिंग होती है तो इमरान खान को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना होगा.

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