"सियासी साजिश से ओलंपिक में जीत जाएंगे", विनेश मामले में IOA पर अखिलेश का वार

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लखनऊ 13 अगस्त: (डेस्क)समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भारतीय ओलंपिक संघ (IOA) पर विनेश फोगाट के मामले में गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि "अगर राजनीतिक साजिश का ओलंपिक होता, तो आज के हुक्मरान बिना खेले ही जीत जाते।" यह बयान तब आया जब IOA ने विनेश के वजन प्रबंधन की जिम्मेदारी को उनके कोच और सपोर्ट स्टाफ पर डाल दिया था, जिससे अखिलेश ने कड़ी निंदा की।

akhalsha-yathava-oura-vanasha-fagata_0ef25472f2f3c611c4cc174b269a82e6.jpegImage credit : Amar Ujala

अखिलेश ने कहा कि इस तरह के बयान खिलाड़ियों और उनके सहयोगी टीम के मनोबल को तोड़ने वाले होते हैं। उन्होंने IOA की अध्यक्ष पीटी उषा के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि यह निंदनीय है कि एक महान योद्धा जैसे विनेश फोगाट के बारे में इस तरह का बयान दिया गया। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या IOA कोच और सपोर्ट टीम पर उंगली नहीं उठा रहा है, जबकि ये सभी एसोसिएशन से जुड़े होते हैं।

विनेश फोगाट को पेरिस ओलंपिक 2024 में 50 किलोग्राम वर्ग के फाइनल में पहुंचने के बाद डिस्क्वालिफाई कर दिया गया था, क्योंकि उनका वजन इवेंट के वर्ग से कुछ अधिक पाया गया। इस मामले में सपा के पूर्व सांसद एसटी हसन ने भी कहा कि बाल कटवाने से वजन 200 ग्राम तक कम हो सकता है, और यह नाइंसाफी है कि विनेश को इस कारण से बाहर किया गया।

IOA ने स्पष्ट किया है कि वजन प्रबंधन की जिम्मेदारी पूरी तरह से एथलीट और उनकी व्यक्तिगत कोचिंग टीम की होती है। पीटी उषा ने कहा कि IOA द्वारा नियुक्त मुख्य चिकित्सा अधिकारी की भूमिका एथलीटों की रिकवरी और चोट प्रबंधन में सहायता करना है, न कि वजन प्रबंधन में।

अखिलेश यादव ने इस मुद्दे पर और भी गहराई से विचार करते हुए कहा कि देश की जिम्मेदारी उठाने वालों को कम से कम देश के खिलाड़ियों की जिम्मेदारी तो लेनी चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि विनेश फोगाट की उपलब्धियों को नजरअंदाज करना और उन्हें इस तरह से बाहर करना देश के लिए शर्मनाक है।

इस विवाद ने खेल जगत में हलचल मचा दी है और यह स्पष्ट है कि खेलों में राजनीति का दखल बढ़ता जा रहा है। अखिलेश यादव का यह बयान न केवल विनेश के मामले को लेकर है, बल्कि यह भारतीय खेलों में सियासी साजिशों की ओर भी इशारा करता है।

अखिलेश का यह बयान एक ऐसे समय में आया है जब भारत को ओलंपिक में अपनी प्रतिभाओं पर गर्व करना चाहिए, लेकिन राजनीतिक खेलों ने इस गर्व को धूमिल कर दिया है। उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों के साथ इस तरह का व्यवहार न केवल अन्य एथलीटों के लिए एक नकारात्मक संदेश है, बल्कि यह भारतीय खेलों की प्रतिष्ठा को भी प्रभावित करता है।

इस प्रकार, अखिलेश यादव ने विनेश फोगाट के मामले में IOA और भाजपा पर निशाना साधते हुए स्पष्ट किया है कि खेलों में सियासी साजिशों का कोई स्थान नहीं होना चाहिए।