Noida Twin Towers: सुपरटेक की ध्वस्त इमारत के मलबे से बनवा सकते हैं घर, वो भी रियायती दर पर

in #noida2 years ago

Noida Twin Towers मलबा रीसाइकल करने वाली कंपनी ने नोएडा प्राधिकरण से नो प्रॉफिट नो लॉस के तहत समझौता किया है। इसलिए रीसाइक्लिंग के बाद बनने वाली निर्माण सामग्री मार्केट से सस्ती कीमत पर मिल सकेगी। जानें- क्या-क्या होगा इस निर्माण सामग्री में?

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सुपरटेक की जो दो अवैध बहुमंजिला रियाहयशी इमारतें ध्वस्त हुई हैं, उनमें से एक 29 मंजिला सियान टॉवर था, जिसकी ऊंचाई 95 मीटर थी। दूसरे टॉवर का नाम एपेक्स था, जो 32 मंजिला था और इसकी ऊंचाई 102 मीटर थी। दोनों टॉवरों को 28 अगस्त 2022 को 3700 किलो विस्फोटक लगाकर ध्वस्त किया गया। दोनों टॉवर को ध्वस्त करने में मात्र 9 से 13 सेकेंड का समय लगा। अब चुनौती है इसके पहाड़ जैसे मलबे को हटाना और उसका उचित तरीके से निस्तारण करना।

30 हजार टन मलबे का होगा निस्तारण

ट्विन टॉवर्स के मलबे का निस्तारण नोएडा के सेक्टर 80 स्थिति रैमकी रीसाइक्लिंग प्लांट (Ramky Reclamation And Recycling Pvt Ltd) में होगा। प्लांट में कंस्ट्रक्शन एंड डेमोलिशन (C&D) प्रोजेक्ट के हेड मुकेश धीमान बताते हैं कि टॉवर से निकलने वाले कुल लगभग 30 हजार टन मलबे का निस्तारण उनके प्लांट में होगा। मलबे के बड़े-बड़े टुकड़ों को क्रशर में छोटे-छोटे टुकड़ों में तोड़ा जाएगा। इसके बाद टुकड़ों और उसके चूरों के आकार के अनुसार उन्हें विभिन्न निर्माण कार्यों में प्रयोग किया जा सकेगा।

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मलबे से बनेगी निर्माण सामग्री

बड़े-बड़े पत्थरों को क्रशर में तोड़ने के बाद करीब 30 फीसद मलबे से इंटरलॉकिंग टाइल्स बनेगी। इन टाइल्स का प्रयोग फुटपाथ आदि के निर्माण में प्रयोग किया जा सकेगा। ये क्रशर से निकलने वाला सबसे बारीक चूरा होगा। उससे थोड़े से मोटे चूरे का इस्तेमाल प्लास्टर और ईंटों की चुनाई (जोड़ने) में किया जा सकेगा। छोटी गिट्टियां घर की छत अथवा फर्श बनाने में काम आएंगी। बड़ी गिट्टियों का इस्तेमाल सड़क निर्माण में हो सकेगा।