सिचाई पानी की मांग को लेकर किसानों का धरना 14वें दिन भी जारी

in #nohar2 years ago

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नोहर,10 जुलाई। नोहर फिडर में पूरा सिंचाई पानी देने की मांग को लेकर फेफाना के 7 जेएसएन नहर पर किसानों का चल रहा धरना रविवार को 14वें दिन भी जारी रहा। रविवार को धरना स्थल पर विधायक अमित चाचाण प्रशासनिक अधिकारियों के साथ पहुंचे और किसानों से सम्पूर्ण मामले को लेकर चर्चा की। इस मौके पर उपखंड अधिकारी श्वेता कोचर भी मौजूद रही। विधायक ने मौके पर ही किसानों की पूरा सिंचाई पानी देने सहित विभिन्न समस्याओं को लेकर जिला कलेक्टर से दूरभाष पर बात कर समस्याओं के संबंध में सरकार को प्रस्ताव भेजने के निर्देश दिये। इस मौके पर विधायक अमित चाचाण ने कहा कि उनका शुरू से ही प्रयास हैं कि क्षेत्र के प्रत्येक किसान को उसके हिस्से का पूरा सिंचाई पानी मिले। नोहर फिडर से जुड़े किसानों की समस्याओं को लेकर उन्होंने गत दिनों जयपुर में भी उच्च अधिकारियों के अलावा जल संसाधन मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीय से भी मुलाकात की थी। हरियाणा के सिंचाई अधिकारियों से कई बार इस संंबंध में दूरभाष पर बात हो चुकी हैं। इस मौके पर विधायक ने कहा कि किसानों की समस्याओं को लेकर वे जल्द ही एक प्रतिनिधि मंडल के साथ मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मिलेगें। इसके अलावा हरियाणा के अधिकारियों से भी शिष्टमंडल मिलेगा। विधायक ने बताया कि यह मामला दो राज्यों की सरकारों से जुड़ा हुआ हैं। हरियाणा से पूरा सिंचाई पानी नही मिलने के कारण क्षेत्र के किसानों को निर्धारित सिंचाई पानी नही मिल पाता। इस मौके पर विधायक अमित चाचाण ने बताया कि क्षेत्र के सिंचाई विभाग में रिक्त पदो को शीघ्र ही भरा जाएगा। इस अवसर पर विनोद गोदारा, कांग्रेसी नेता श्रवण तंवर, श्योवीर ज्याणी, हेतराम ढुकिया, रमेश कुमार,ओम गोदारा,सोहन लाल, हरिप्रसाद ज्याणी, प्रकाश सुथार, जयपाल साहरण, लीलू राम जाखड़, कृष्ण गोदारा, रामकृष्ण मेघवाल सहित अनेक किसान मौजूद थे।
विधायक ने भेजा सीएम को पत्र
नोहर फिडर से जुड़ी किसानों की समस्याओं को लेकर विधायक अमित चाचाण ने मुख्यमंत्री को भी पत्र भेजा हैं। पत्र में विधायक ने बताया कि नोहर फिडर नहर में केवल राजस्थान के हिस्से का पानी प्रवाहित होता हैं। इसको बरवाली नहर में मिलाने की कोई आवश्यकता नही हैं। सीधे ही राजस्थान क्षेत्र को पानी दिया जाकर नोहर फिडर के हैड पर कम्प्यूटराईज गेज लगाकर इसका समय-समय पर निरीक्षण किया जाए। इसके अलावा राजस्थान व हरियाणा के पुलिस प्रशासन के अलावा सिंचाई विभाग के अधिकारियों की संयुक्त टीम बनाकर विशेष गश्त करवाई जाये। पत्र में सीपी 4 पंजाब हैड पर राजस्थान नहर को दिये जाने वाले पानी की गेज गत वर्षो की जांच करवाई जाये। जिसमें कि नाममात्र का पानी प्रवाहित हुआ हैं।