कोरोना गाइडलाइन्स का अधिकारी ही नहीं कर रहे पालन

in #nirishn2 years ago

बागपत। IMG-20220420-WA0098.jpgमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अफसरों को निर्देश दिए हैं कि एनसीआर के जिलों में सभी के लिए मास्क अनिवार्य किया जाए। सार्वजनिक स्थानों पर फेस मास्क लगाने की व्यवस्था को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए। इतना ही नहीं योगी आदित्यनाथ ने बच्चों की स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल के बारे में बच्चों को जागरूक करने के भी निर्देश दिए हुए हैं। इसके बावजूद अधिकारी ही शासनादेश को खुलेआम तार तार कर रहे हैं।
दरअसल, प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कोरोना केस में हो रही बढ़ोतरी को देखते हुए मास्क प्रयोग को अनिवार्य किया है। वहीं गत दिवस बागपत जिलाधिकारी राजकमल यादव ने भी पब्लिक एड्रेस सिस्टम का प्रभावी ढंग से लागू करने के निर्देश जारी किए थे। खासतौर पर सार्वजनिक स्थानों, सरकारी कार्यालयों व स्कूलों में फेस मास्क को अनिवार्य कर दिया गया है। इसके बावजूद बड़े पदों पर आसीन अधिकारी ही इन आदेशों का खुलेआम उल्लंघन करने से भी नहीं कतरा रहे हैं। इसकी बानगी आज बड़ौत में देखने को मिली। आपको बता दें कि आज बड़ौत के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में राज्य महिला आयोग की सदस्या मीना कुमारी द्वारा निरीक्षण किया गया। उन्होंने विद्यालय का बारीकी से जायजा लिया। बालिकाओं के साथ यहां मौजूद आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों से बातचीत भी की। इस दौरान घोर लापरवाही भी देखने को मिली। कोई भी फेस मास्क का प्रयोग करते दिखाई नहीं दिया। खुद राज्य महिला आयोग की सदस्या मीना कुमारी के अलावा बीएसए बागपत, शिक्षिकाएं, बालिकाएं, आंगनवाड़ी कार्यकत्रियां भी फेस मास्क नहीं लगाए हुए थी।
मीना कुमारी का इस सवाल पर कहना था कि मेरे हाथ में फेस मास्क है और उन्होंने कार्यक्रम के दौरान लगाया हुआ भी था। वहीं बीएसए साहब का तर्कहीन उत्तर था कि जारी हुआ आदेश अभी सर्कुलेट नहीं किया जा सका है। बालिकाएं एक ही कक्ष में रहती हैं इसलिए वे मास्क नहीं लगा रही थी। खुद फेस मास्क ना लगाने के सवाल पर वे कन्नी काट गए।