संचारी रोग नियंत्रण और दस्तक अभियान को बनाई रणनीति

in #news2 years ago

IMG-20220701-WA0000.jpgऔरैया। 28 जून 2022।
संचारी रोगों से निपटने के लिए जनपद में एक जुलाई से 31 जुलाई तक संचारी रोग नियंत्रण अभियान चलाया जाएगा। अभियान के अर्न्तगत आशा एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा गांवों में घर-घर भ्रमण कर प्रत्येक घर का विवरण जुटाया जायेगा और यदि कहीं भी संचारी रोग के रोगी पाये जाते हैं तो उनका तत्काल इलाज कराया जायेगा। इसके लिए मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ अर्चना श्रीवास्तव की अध्यक्षता में मंगलवार को जिला स्तरीय द्वितीय अन्तर्विभागीय बैठक आहूत की गई। मुख्य चिकित्साधिकारी ने बताया- एक जुलाई से विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान का आयोजन किया जाएगा। इस अभियान के तहत स्वास्थ्य कार्यकर्ता घर-घर जाकर वायरल फीवर, संक्रामक बीमारियों और अन्य लक्षणों वाले मरीजों की पहचान करेंगे। इसके साथ ही संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तहत विशेष रूप से गांवों और अन्य ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को संचारी रोगों के फैलने के कारण और उनके प्रसार को रोकने के उपायों के बारे में जागरूक करेंगे। अभियान को सफल बनाने के लिए अंतर विभागीय समन्वय सुनिश्चित करना होगा। इसके लिये शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में मलेरिया विभाग की टीम कार्य करेंगी। संचारी रोगों की रोकथाम को सभी सफाईकर्मीं अपने-अपने वार्डों में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखें। नालियों गंदगी से न बजबजाएं, ताकि डेंगू मलेरिया का प्रकोप रोका जा सके। गली-मोहल्लों में एंटी लार्वा का छिड़काव कराएं।
जिला मलेरिया अधिकारी लाल साहब सिंह ने बताया 16 से 31 जुलाई तक दस्तक अभियान चलेगा, जिसके तहत जनपद की सभी आशा और आंगनबाड़ी घर-घर सर्वे करेंगी, जिसमें वहां के कूलर, बुखार वाले मरीजों, कुपोषण से ग्रसित बच्चे, जुकाम व खांसी के मरीजों , क्षय रोग से ग्रसित मरीजों का डाटा एकत्र कर विभाग को देंगी। इसके अतिरिक्त स्वच्छता के लिये घर- घर पोस्टर लगा कर स्वच्छता अभियान के माध्यम से लोगों साफ सुथरा रहने के लिये कहा जाएगा। अभियान के लिये ग्राम प्रधान ,ब्लॉक प्रमुख, शिक्षा विभाग, पंचायती राज आदि का सहयोग लिया जाएगा। विभाग की ओर से अभियान को सफल बनाने के लिये दिशा निर्देश जारी कर दिए गये हैं। उन्होंने बताया विभाग तो अपने स्तर से अभियान चला रहा है लेकिन आम जनता की सहभागिता भी आवश्यक है, जिससे अभियान सफल हो सके । उन्होंने कहा डेंगू तथा अन्य संचारी रोगों की रोकथाम में सामुदायिक सहभागिता की विशेष भूमिका होती है।