लेखपाल पर पट्टा आवंटन में मनमानी का आरोप

in #news2 years ago

IMG-20220622-WA0017.jpgऔरैया| विकास खंड बिधूना की ग्राम पंचायत रुपपुर सहार के ग्रामीणों ने बुधवार को तहसील पहुंच कर क्षेत्रीय लेखपाल के विरुद्ध आवाज बुलंद की। इस अवसर पर एसडीएम न्यायिक राम अवतार वर्मा को दिये छह सूत्रीय ज्ञापन में लेखपाल को तत्काल क्षेत्र से हटाने के साथ उचित विभागीय कार्रवाई की मांग की है। बुधवार को प्रधान प्रतिनिधि रूपपुर सहार निवासी बीरू भदौरिया के नेतृत्व में सोवरन सिंह कुशवाह, बृजभान सिंह, प्रमोद कुमार, महेश चन्द्र, धर्म सिंह, श्रीपाल, राज किशोर, सुरेश चन्द, मांगेलाल धीरेन्द्र सिंह, महेन्द्र सिंह, मुनीश सिंह, लाखन सिंह, गौरव सिंह, विक्रम सिंह, नवीन सिंह व राजवीर सिंह आदि दो दर्जन से अधिक ग्रामीणों ने तहसील पहुंच कर क्षेत्रीय लेखपाल रोहित यादव पर सरकारी कार्यों में मनमानी किये जाने का आरोप लगाते हुऐ उपजिलाधिकारी न्यायिक राम अवतार वर्मा को छह सूत्रीय ज्ञापन सौंपकर लेखपाल की जांच कराकर विभागीय कार्रवाई के साथ उन्हें क्षेत्र से हटाये जाने की मांग की है|कहा गाँव में ग्राम
प्रधान द्वारा चिन्हित जगह पर पानी की टंकी बनवाने से लेखपाल मना कर रहे हैं|जब उनसे पूंछा गया तो कहा गया कि वह जगह ढाक के सुरक्षित है। इसलिए वहां टंकी नहीं बन सकती |ग्रामीणों का खरोप है कि उसी जगह पर लेखपाल ने राम बाबू नामक व्यक्ति को पट्टे के आधार पर कब्जा दिला दिया है| कहा कि इसके साथ ही लेखपाल ने अपनी मर्जी से अन्य जगह पानी की टंकी बनवाने का प्रस्ताव भेज दिया जो कि भूमि प्रबंधन समिति व उसके अधिकारों के खिलाफ है। इसके अलावा ज्ञापन में कहा गया कि लेखपाल कृषि आवंटन के नाम पर ग्रामीणों से धन इकट्ठा कर रहे है। जबकि
गरीबों को ‌बेघर करने की दे भी धमकी दे रहे हैं| इसके अलावा लेखपाल द्वारा अकबर व सलीम की पैमाईश के दौरान गलत तरीके से रघुपति के संक्रमणीय रकवा में नाप कर दी‌ गयी। आरोप है कि लेखपाल संक्रमणीय काश्तकार दर्ज करने के नाम पर पैसे की मांग कर रहे हैं|
ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया कि राम अवतार वर्मा मिडई की असंक्रमणीय भूमि को संक्रमणीय करने के लिए 20 हजार रुपए की मांग की जा रही है। जो कि दे पाने में असमर्थ है इसलिए उसकी भूमि अभी तक असंक्रमणीय दर्ज है। कहा कि शासनादेश है कि मृतक व्यक्ति की वरासत जांच करके तत्काल दर्ज की जाये लेकिन लेखपाल द्वारा अभी तक ब्रह्मपाल पुत्र दुलारे सिंह व नरेन्द्र सिंह पुत्र भेला जिनकी मृत्यु को दो वर्ष से अधिक का समय हो चुका है पैसे न देने के कारण आज तक वरासत दर्ज नहीं की‌ गयी है। कहा कि इसी तरीके से अन्य वरासते भी लम्बित है।
सभी ग्रामीणों ने बिन्दुओं की जांच कराके लेखपाल के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के साथ उसे एक सप्ताह में क्षेत्र से हटाये जाने की मांग की है। साथ ही कहा कि यदि उन्हें शीघ्र न्याय न मिला तो वह तहसील में शान्ति पूर्ण तरीके से धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे।