कैदी के साथ मित्रता निभाने वाले 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड:गैंगस्टर राजू फौजी का सहयोगी है आरोपी

in #news2 years ago

2 पुलिसकर्मियों का हत्यारोपी रामनिवास जाट से जोधपुर पुलिस ने गजब की 'मित्रता' निभाई है। पीठ दर्द की तकलीफ बताकर रामनिवास 24 जून को जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल में एडमिट हुआ था। 7 जुलाई को उसकी सुरक्षा में लगा कॉन्स्टेबल उसे उसके घरवालों से मिलवाने ले गया। रात करीब 8 से 12.30 बजे तक वह वार्ड में नहीं था। नर्स जब इंजेक्शन लगाने पहुंची तो पूरे खेल से पर्दा उठ गया। इस दौरान उसकी खोजबीन में करीब साढ़े चार घंटे तक ड्रामा चलता रहा। आनन-फानन अधिकारियों ने हेड कॉन्स्टेबल सहित 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। 2 कॉन्स्टेबल की गिरफ्तारी भी हुई है। उनसे पूछताछ की जा रही है। रामनिवास गैंगस्टर राजू फौजी का सहयोगी है।
कैदी के साथ मित्रता निभाने वाले 5 पुलिसकर्मी सस्पेंड:गैंगस्टर राजू फौजी का सहयोगी है आरोपी; 2 पुलिसवालों की हत्या में शामिल रहा

2 पुलिसकर्मियों का हत्यारोपी रामनिवास जाट से जोधपुर पुलिस ने गजब की 'मित्रता' निभाई है। पीठ दर्द की तकलीफ बताकर रामनिवास 24 जून को जोधपुर के मथुरादास माथुर हॉस्पिटल में एडमिट हुआ था। 7 जुलाई को उसकी सुरक्षा में लगा कॉन्स्टेबल उसे उसके घरवालों से मिलवाने ले गया। रात करीब 8 से 12.30 बजे तक वह वार्ड में नहीं था। नर्स जब इंजेक्शन लगाने पहुंची तो पूरे खेल से पर्दा उठ गया। इस दौरान उसकी खोजबीन में करीब साढ़े चार घंटे तक ड्रामा चलता रहा। आनन-फानन अधिकारियों ने हेड कॉन्स्टेबल सहित 5 पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया है। 2 कॉन्स्टेबल की गिरफ्तारी भी हुई है। उनसे पूछताछ की जा रही है। रामनिवास गैंगस्टर राजू फौजी का सहयोगी है।

निगरानी के लिए 5 पुलिसकर्मियों की तैनाती
जोधपुर पुलिस ने बताया कि पिछले साल भीलवाड़ा में अफीम तस्करों के साथ राजू फौजी से पुलिस की मुठभेड़ हो गई थी। रामनिवास जाट राजू फौजी का मुख्य सहयोगी है। उस पर राजू फौजी को शरण देने व उसके कई अपराधों में साथ देने के आरोप हैं। रामनिवास को जोधपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। रामनिवास जोधपुर जेल में बंद है। 24 जून को रामनिवास को पीठ दर्द की शिकायत हुई तो उसे जोधपुर के मथुरादास माथुर अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोपी पर नजर बनाए रखने के लिए हेड कॉन्स्टेबल परसादीलाल मीणा, कांस्टेबल श्रवण, सुखवीर सिंह, सत्यनारायण व नरेन्द्र को तैनात किया गया था।
7 जुलाई की रात क्या हुआ।

रात 8 बजे से नर्सिंग स्टाफ की शिफ्ट चेंज होती है। 7 जुलाई को इसी समय रामनिवास एक चालानी गार्ड नरेंद्र को साथ लेकर अस्पताल से रवाना हो गया। जाते समय उसने अपनी जगह कमरे में अस्पताल के पार्किंग कर्मचारी राम किशोर व एक नाबालिग को बैठा दिया। ये दोनों अंदर से दरवाजा बंद कर बैठ गए। रात को 9 बजे नर्स स्मिता अन्य मरीजों की जांच करते हुए रामनिवास के कमरे तक पहुंची। रामनिवास को इंजेक्शन लगाना था। उसने दरवाजा कई बार खटखटाया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

कमरे से निकला पार्किंग कर्मचारी
रात करीब 10 बजे बजे स्मिता ने एक बार फिर जोर से दरवाजा खटखटाया, लेकिन अंदर से कोई जवाब नहीं मिला। मामला कैदी से जुड़ा था, इसलिए उसने अन्य कर्मचारियों व वहां तैनात होमगार्ड के जवान को सूचना दी। रात 11 बजे नाइट सुपरवाइर व अस्पताल परिसर में बनी पुलिस चौकी को सूचना दी गई। रात करीब 11.30 बजे सभी ने मिलकर जोर-जोर से दरवाजा खटखटाया। थोड़ी देर में दरवाजा खुला तो पार्किंग कर्मचारी रामकिशोर एक लड़के को लेकर बाहर निकला।

8 जुलाई को नर्स ने दी रिपोर्ट
रामकिशोर ने बताया कि कैदी अंदर है। अंदर कोई नहीं मिला। होमगार्ड के जवान ने रामकिशोर को पकड़ा तो वह चिल्लाने लगा। हंगामा होते देख पुलिसकर्मी सुखवीर सिंह वहां पहुंचा। उसने सभी से कहा कि कैदी नीचे घूमने गया है। अभी आ जाएगा। रात करीब 12.30 बजे रामनिवास कॉन्स्टेबल नरेन्द्र के साथ वार्ड में लौटा। नर्स स्मिता ने 8 जुलाई की दोपहर दो बजे थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई। इस मामले में शुक्रवार को हेड कॉन्स्टेबल परसादीलाल मीणा, कॉन्स्टेबल श्रवण, सुखवीर सिंह, सत्यनारायण व नरेन्द्र को सस्पेंड कर दिया गया।

भागने का किया प्रयास
अस्पताल की पार्किंग के ठेकेदार राधेश्याम की इस पूरे मामले में अहम भूमिका रही। बार-बार दरवाजा खटखटाने पर अंदर बंद रामकिशोर ने फोन कर राधेश्याम से पूछा कि अब क्या किया जाए? इस पर राधेश्याम के कहे अनुसार उसने दरवाजा खोल दिया और भागने का प्रयास किया।

गार्डों की भूमिका की हो रही जांच
शनिवार को जोधपुर की शास्त्री नगर पुलिस ने कॉन्स्टेबल सुखवीर सिंह व नरेन्द्र को गिरफ्तार कर पूछताछ शुरू की है। अन्य तीनों गार्ड की भूमिका के बारे में भी पूछताछ की जा रही है। पुलिस ने रामकिशोर व राधेश्याम को भी हिरासत में लिया है।