कुरकुरे नहीं मिले तो पाली की 15 साल की बच्ची ने अपनी जान दे दी।

in #news2 months ago

कुरकुरे नहीं मिले तो पाली की 15 साल की बच्ची ने अपनी जान दे दी। बच्ची का कुरकुरे को लेकर अपने भाई से झगड़ा हो गया था। इसके बाद नाराज होकर वह अपने कमरे में चली गई और छत पर लगे लोहे के कुंदे से फंदा लगाकर सुसाइड कर लिया। परिजनों ने उसे देखा तो उनके होश उड़ गए, वे तुरंत उसे इलाज के लिए बांगड़ हॉस्पिटल लेकर पहुंचे, लेकिन तब तक उसकी मौत हो चुकी थी। मामला सदर थाना क्षेत्र के घुमटी के पास का है। पुलिस के मुताबिक गुरुवार सुबह करीब 11 बजे 8 साल का लड़का दुकान से कुरकुरे का पैकेट लेकर आया था। लड़की ने उससे कुरकुरे मांगे। इस पर लड़के ने कुरकुरे देने से मना कर दिया। इस बात पर दोनों आपस में झगड़ने लगे। इस दौरान लड़की आवेश में आकर कमरे में चली गई। कमरे का दरवाजा बंद कर दुपट्‌टे से फंदा लगाकर झूल गई। बच्चों की मां फैक्ट्री में ही मुरमुरे बनाने का काम कर रही थी। जबकि पिता बाहर कुएं से पानी लेने गया था। लड़के के चिल्लाने के बाद पड़ोसियों को पता चला सदर थाने के हेड कॉन्स्टेबल अमराराम ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के घुमटी के निकट मुरमुरे बनाने की फैक्ट्री है। जहां यूपी के नंदकाश (झांसी) निवासी कल्लू परिवार अपने परिवार सहित रहता है। जो फैक्ट्री में ही मुरमुरे बनाने का काम करता है। कल्लू की 15 साल की बेटी शिवी और 8 साल के बेटे समर में कुरकुरे को लेकर झगड़ा हो गया था। लड़का कुरकुरे का पैकेट लेकर अपनी मां पास भाग गया। इधर, इस बात से नाराज होकर लड़की कमरे में चली गई। जहां उसने सुसाइड कर लिया। कुछ देर लड़का जब वापस कमरे के पास आया तो कमरा बंद था। इस पर लड़के ने खिड़की से झांक कर देखा, तो लकड़ी फंदे पर झूल रही थी। इसे देखकर लड़का चीखने लगा। चीखने की आवाज पर आसपास के लाेग आ गए। उन्होंने लड़की की मां को जानकारी दी। इसके बाद फंदे से उतार कर अस्पताल ले गए। जहां लड़की को मृत घोषित कर दिया। परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल अचानक हुई इस घटना से मृतका के पिता और मां का रो-रो कर बुरा हाल है। उन्हें अब भी यकीन नहीं हो रहा कि खाने-पीने के सामान की छोटी सी बात को लेकर हुए भाई-बहन के झगड़े में उनकी बेटी ने फंदा लगाकर जान दे दी। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। पांच साल से मजदूरी कर रहे थे पति-पत्नी यूपी के झांसी जिले के नंदकाश निवासी पति-पत्नी करीब पांच साल से फैक्ट्री में मुरमुरे बनाने का काम करते हैं। दोनों बच्चे फैक्ट्री में एक कमरे में रहते हैं। दोनों स्कूल भी नहीं जाते हैं।