गुप्तारगंज बाजार में जर्जर तार दे रहा हादसों को दावत,जिम्मेदार मौन

in #news2 years ago

गुप्तारगंज बाजार में जर्जर तार दे रहा हादसों को दावत,जिम्मेदार मौन

सुल्तानपुर (गुप्तारगंज-कूरेभार) जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली विभाग के अफसरों की लापरवाही के चलते जर्जर तार आए दिन हादसों का कारण बने हुए है। स्थिति यह है कि आए दिन किसी न किसी क्षेत्र से हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से हादसे हो रहे है। कई ब्लाकों में तार इतने जर्जर है कि आए दिन टूटते है, जिससे जहां एक ओर गांवों की सप्लाई बाधित होती है वहीं दूसरी ओर ग्रामीणों को बिजली तारों से होने वाले हादसों से जूझना पड़ता है। सब कुछ जानने के बाद भी बिजली विभाग के अधिकारी हाथ पर हाथ धरे बैठे हैं और किसी बड़े हादसे का इंतजार कर रहे हैं।कूरेभार क्षेत्र के गुप्तारगंज बाजार में भारत लाल के घर मे ठीक ऊपर मकान बराबर तार हाईटेंशन लाइन निकली है, जिसके तार इतने जर्जर व नीचे हैं कि आएदिन टूटते हैं। इसके साथ ही नीचे होने की वजह से कई बार इन तारों की चपेट में आकर इंसान व जानवर मौत के शिकार बन चुके हैं। कई बार ग्रामीणों ने इन जर्जर तारों को बदलवाने की मांग की, पर किसी ने भी सुध नहीं ली। जिससे एक बार फिर जर्जर तार टूटकर जमीन में गिर पड़ा। सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने पावर हाउस फोन किया, लेकिन सूचना के घंटों बाद बिजली विभाग ने सप्लाई बंद की।कई शिकायतों के बाद भी नहीं बदली गई जर्जर लाइन, जिससे कभी भी कोई बड़ा हादसा होने की संभावना बनी रहती है। नीचे होने के कारण आए दिन फाल् कई बार ग्रामीणों ने इन जर्जर तारों को बदले की मांग की, लेकिन अब तक बिजली विभाग के कर्मचारियों ने इस पर ध्यान नहीं दिया। अभी हाल ही में इन्हीं जर्जर तारों की चपेट में आने से गुप्तारगंज बाजार निवासी भारत लाल का परिवार बाल बाल बचे है

रस्सी और खपच्ची के सहारे टिके हैं तार

यहां पर कई बार बिजली विभाग की लापरवाही से झूलते तार टूटकर सड़क पर गिरे हैं। जिससे सड़क पर अफरातफरी मची चुकी है। फिर भी इन तारों को हटाने का कोई प्रयास विभाग द्वारा नहीं किया गया। जिस कारण अभी भी झूलते तारों की इलाके में भरमार है। बाजार, चौराहा अथवा कोई गली मोहल्ला शायद ही ऐसा हो, जहां पर झूलते तार नजर न आते हों। कहीं पर यह तार खपच्चियों के सहारे बंधे हैं तो कहीं पर रस्सी के सहारे खंभे से बांधे गए हैं। जरा सी तेज हवा खपच्ची और रस्सी दोनों तोड़ देती है और तार चिंगारी के साथ जमीन पर नजर आते हैं। इलाके के भारत लाल और रमेश चैरासिया का कहना है कि कई बार शिकायत की गई लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

घरों पर भी झूलते तारों का खतरा

यहां मुख्य मार्ग की गलियों में खंभों पर झूलते तारों का सबसे ज्यादा बोझ दिखाई देता है। तेज हवा के झोंके से चिंगारी फूटना आम बात हो गई है। कई मकान तो ऐसे हैं, जिनसे सटे हुए तारों का मकड़जाल है। मकान में रहने वाले लोग बच्चों को छतों पर नहीं जाने देते हैं। तारों से बचने के लिए छतों पर जाल तक लगाए गए हैं। लेकिन यहां तो मकान की छतों और छज्जों से छूकर तार निकल रहे हैं। किसी भी दिन कोई बड़ा हादसा हो सकता है। फाल्ट होने पर भी कई-कई दिन बिजली गुल रहती है।