जबलपुर जनशताब्दी एक्सप्रेस में लगा विस्टा डोम कोच

in #news2 years ago


जबलपुर और भोपाल के आसपास की हरी-भरी वादियों के दीदार के लिए पश्चिम मध्य रेल में पहली बार विस्टाडोम कोच की सुविधा दी गई. विस्टाडोम कोच को जबलपुर-रानी कमलापति-जबलपुर जनशताब्दी ट्रेन में लगाया गया है.

Bhopal News: पर्यटकों की सुविधाओं के लिए तैयार किये गये 'विस्टाडोम टूरिस्ट कोच' (Vistadome Coach) के साथ बुधवार रात जनशताब्दी एक्सप्रेस पहली बार भोपाल से जबलपुर (Jabalpur) पहुंची. ग्लास रूफ टॉप और बड़ी-बड़ी खिड़कियों वाले इस आरामदेह कोच में करीब 40 यात्रियों ने यात्रा की. इस कोच में एक तरफ की यात्रा का किराया 1350 रुपये तय किया गया है.


जनशताब्दी एक्सप्रेस के साथ पहली बार लगाये गये विस्टाडोम टूरिस्ट कोच पर सवार होकर जबलपुर पहुंचे यात्रियों का रेलवे स्टेशन पर कलेक्टर डॉ इलैयाराजा टी ने स्वागत किया. इस अवसर पर सीनियर डी सीएम विश्व रंजन, एसीएम देवेश सोनी, पर्यटन विकास निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक के एल पटेल, कल्चुरी रेसीडेंसी के जी एम आलोक सक्सेना और शहर के प्रमुख नागरिक उपस्थित रहे. यह कार्यक्रम जबलपुर पुरातत्व, पर्यटन और संस्कृति परिषद एंव मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम द्वारा पश्चिम मध्य रेलवे के सहयोग से आयोजित किया गया था.


जबलपुर और भोपाल के आसपास की हरी-भरी वादियों तथा पहाड़ों का दीदार करने पश्चिम मध्य रेल में पहली बार विस्टाडोम कोच की सुविधा दी गई है. इस विस्टाडोम कोच को जबलपुर-रानी कमलापति-जबलपुर जनशताब्दी ट्रेन में लगाया गया है.


इस ट्रेन में सफर करने वाले यात्रियों को विस्टाडोम कोच न केवल आरामदेह यात्रा का अनुभव कराएगा बल्कि उनके सफर को यादगार भी बनाएगा.विस्टाडोम कोच ऐसे डिब्बे हैं, जिनमें चौड़ी खिड़कियां हैं और छत कांच की हैं.पारदर्शी छत इसका खास आकर्षण है, जिससे यात्री पूरे रास्ते प्राकृतिक दृश्यों का आनंद ले सकते है.


विस्टाडोम कोच रेलवे की नई पहल है, जो पर्यटन स्थलों की यात्रा को बेहद यादगार बनाने के मकसद से विशेष ट्रेनों में लगाये जा रहे है. इससे न केवल लोग सफर के दौरान प्रकृति के और करीब आएंगे, बल्कि भारतीय पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. बता दें कि विस्टाडोम कोच पहली बार पश्चिम मध्य रेल की किसी ट्रेन में लगाया गया है.


विस्टाडोम कोच में यात्रियों के लिए कुल 44 सीटें हैं. ये सीटें आरामदायक तो हैं साथ ही इसमें पैर फैलाने के लिए भी काफी जगह है. ऐसे में बच्चों से लेकर बड़ी उम्र के लोग भी आराम से सफर कर सकते हैं. सीटों की सबसे बड़ी खासियत है कि इन्हें 180 डिग्री में घुमाया जा सकता है. यानी यात्री सामने की ओर मुंह करके बैठने को मजबूर नहीं होगा, बल्कि जिस दिशा में चाहे देख सकेगा.


विस्टाडोम कोच में तीन साइड से ग्लास के विंडो होंगे. यह कोच पूरी तरह से पारदर्शी होंगे. यह कोच जबलपुर-रानी कमलापति-जबलपुर जनशताब्दी एक्सप्रेस के सबसे पीछे लगाया गया है. जबलपुर-भोपाल के बीच प्राकृतिक दृश्यों वाले रूट से जब यह गुजरेगी तो वहां की घाटियों और वादियों का यात्री ट्रेन में बैठे-बैठे नजारा देख सकेंगे. प्रकृति प्रेमी इस कोच में यात्रा के दौरान प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकेंगे.