नवरात्रि में बाजार गुलजार, 25 करोड़ का कारोबार
रायबरेली। कोरोना संक्रमण के खौफ के कारण बीते दो साल से सन्नाटे में डूबे बाजार इस बार नवरात्रि पर पूरी तरह गुलजार नजर आ रहे हैं। बाजारों में ग्राहकों के जुटने से बड़ी रौनक देख कर छोटे से लेकर बड़े कारोबारियों तक के चेहरे खिले नजर आ रहे हैं। सभी त्योहारी सीजन में फिर से लौटी पुरानी बहार पर खुशी जता रहे हैं।
खरीददारों के उत्साह से नवरात्रि में अब तक 25 करोड़ का कारोबार हो चुका है। व्यापारी नेता बसंत सिंह बग्गा, पंकज मुरारका और अतुल गुप्ता की माने तो इसमें से सोमवार को अकेले अष्टमी पर ही आभूषण, दो पहिया चार पहिया वाहनों समेत अन्य घरेलू व बिजली से चलित उपकरणों से जुड़े प्रतिष्ठानों में 10 करोड़ तक की बिक्री हुई है।
व्यापार मंडल से जुड़े कारोबारी बसंत सिंह व अतुल गुप्ता के अनुसार नवरात्रि के दौरान अष्टमी तक दो पहिया व चार पहिया वाहनों की बिक्री से 8 करोड़, सर्राफा बाजार में 6.50 करोड़, इलेक्ट्रानिक्स साजो समान की दुकानों व शोरूम से 5.25 करोड़, कपड़ा कारोबार में 3 करोड़ और खाद्य सामग्री से लेकर घर की साजो सज्जा से जुड़े सामानों की करीब 2 करोड़ तक की बिक्री का आंकलन है।
अब इसी माह में पड़ने वाले करवाचौथ, धनतेरस व दीपावली जैसे अन्य पर्वों के दौरान बाजारी कारोबार पूरी तरह रिकार्ड स्तर पर पहुंचने का मंसूबा भी कारोबारी संजोए हुए हैं। हालांकि महंगाई का तड़का जरूर खरीददारों के जोश पर कुछ अंकुश लगा रहा है लेकिन दो साल बाद कोरोना से मिली राहत की खुशी से त्योहार पर कुछ न कुछ खरीदने की परंपरा ग्राहकों का जोश बढ़ा रही है।
नवरात्रि शुरू होते ही बाजारों में रौनक दिखना शुरू हो गई थी। खास तौर पर दोपहिया और चार पहिया वाहनों के शोरूम व सोने-चांदी के आभूषणों की दुकानों को ग्राहकों के स्वागत के लिए आकर्षक ढंग से सजाया संवारा गया था। यही हाल कपड़ों और इलेक्ट्रानिक्स आइटमों की बिक्री से जुड़े शोरूम व दुकानों का भी दिखा।
दो साल का सन्नाटा तोड़ कर नवरात्रि में जिस तरह बाजारों में खरीददारों की भीड़ और चहल पहल बढ़ी है, उससे पूरे सीजन अच्छा कारोबार होने की उम्मीद से दुकानदारों के चेहरे खिले नजर आ रहे हैं। व्यापारी नेताओं का कहना है कि दो साल के कोरोना काल में छाए सन्नाटे के बाद इसे एक अच्छी और सकारात्मक शुरूआत माना जा सकता है।
वाहनों और आभूषणों की बिक्री में रही तेजी
नवरात्रि पर वाहनों और आभूषणों की बिक्री ज्यादा रही जबकि इलेक्ट्रानिक्स आइटम और कपड़े का व्यवसाय औसत रहा। वाहन व्यवसायी हरिहर सिंह और राकेश बताते हैं कि हालांकि कोरोना काल से पहले की अपेक्षा दोपहिया वाहनों की बिक्री बहुत अच्छी नहीं रही लेकिन इस कमी को चौपहिया वाहनों की बड़ी बिक्री ने 8 करोड़ तक पहुंचाकर जरूर राहत दी। इसी तरह इलेक्ट्रानिक्स व्यापारी बशीरुद्दीन अरशी बताते हैं कि महंगाई के कारण बाजार की हालत बहुत अच्छी न होने के बावजूद बिक्री में पिछले दो सालों की अपेक्षा काफी हद तक सुधार होने से नवरात्रि में सवा पांच करोड़ तक कारोबार पहुंचने से जरूर कुछ राहत रही। उम्मीद है कि धनतेरस और दीपावली में और अच्छी बिक्री होगी। कपड़ा व्यवसायी मोहित मित्तल का कहना है कि अभी लोग जरूरत भर की खरीदारी ही कर रहे हैं। करवा चौथ व दीपावली पर कपड़ा कारोबार तीन करोड़ के पार पहुंचने का पूरा भरोसा है।
महंगाई और ऑनलाइन व्यापार का भी असर
बाजार में महंगाई का असर भी प्रभावी दिखा। इसके चलते ही मध्यम वर्ग से जुड़े ग्राहक खरीदारी में सोच-समझ कर पैसा खर्च करते नजर आए। ऑनलाइन व्यापार के बढ़ते प्रचलन ने भी बाजार की बिक्री पर प्रतिकूल प्रभाव डालाहै। कारोबारियों का कहना है कि काफी संख्या में लोगों ने दुकानों से सीधी खरीद करने की जगह मोबाइल, इलेक्ट्रानिक आइटम समेत कई तरह के अन्य सामान आकर्षक स्कीमों के चलते आनलाइन मंगाने में ज्यादा रुचि दिखायी। इससे फुटकर व मझोले व्यापारी खास तौर पर परेशान रहे।
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