पानी एक रोशनी है / केदारनाथ सिंह ( जन्मदिवस 🌻 )

in #news2 years ago

पानी एक रोशनी है / केदारनाथ सिंह ( जन्मदिवस 🌻 )

इंतज़ार मत करो
जो कहना हो कह डालो
क्योंकि हो सकता है फिर कहने का
कोई अर्थ न रह जाए

सोचो
जहां खड़े हो, वहीं से सोचो
चाहे राख़ से ही शुरू करो
मगर सोचो

उस जगह की तलाश व्यर्थ है
जहां पहुंचकर यह दुनिया
एक पोस्ते के फूल में बदल जाती है

नदी सो रही है
उसे सोने दो
उसके सोने से
दुनिया के होने का अंदाज़ मिलता है
पूछो
चाहे कितनी बार पूछना पड़े
चाहे पूछने में जितनी तकलीफ़ हो
मगर पूछो
पूछो कि गाड़ी अभी कितनी लेट है

अंधेरा बज रहा है
अपनी कविता की किताब रख दो एक तरफ़
और सुनो-सुनो
अंधेरे में चल रहे हैं
लाखों-करोड़ों पैर

पानी एक रोशनी है
अंधेरे में यही एक बात है
जो तुम पूरे विश्वास के साथ
दूसरे से कह सकते