अगर शक्ति है पत्नी
एक हास्य कविता प्रस्तुत कर रही हूँ, उद्देश्य मात्र हँसना, हँसाना है, अन्यथा ना लें 🙏😊
वो पत्नी ही क्या जो तंग ना करे
पति के हर रंग में भंग ना करे
और जब बीत जाएं शादी के कई साल
तो अपने असली रूप में आके जंग ना करे
पति के सर पर सवार ना हो जो
चिकचिक करती हज़ार ना हो जो
और जब बात आए शॉपिंग और सैर सपाटे की
तो एन वक्त पर मुँह ना फुलाए और हुड़दंग ना करे
छेड़ कर ख़ुद झगड़ा ना करे
और हो जाए झगड़ा तो उसे तगड़ा ना करे
बहस में कभी चुप ना हो
बहस में कभी थके ना, बहस में कभी रुके ना
और चुप्पी को अपने संग ना करे
अगर शक्ति है पत्नी
तो सहन शक्ति है पति
अगर देवी है पत्नि
तो भक्ति है पति
पति ना बोले तो बुलवाए ये
और अगर पति बोले तो नाक में दम करके
ख़त्म हर उसकी उमंग ना करे
वो बीवी ही क्या जो तंग ना करे