महिला जो श्मशान घाट में शवों का अंतिम संस्कार करवाती है
सांवला सा रंग. हाथों में लाल रंग की चूड़ियां. सलवार-कमीज़ पहने और सिर पर चुन्नी ओढ़े हुए. लगभग पचपन साल उम्र की माया देवी बंजारा, श्मशान घाट में जब शवों का अंतिम संस्कार करवाती हैं, तो देखने वाले एक बारगी तो उनको देखते रह जाते हैं.
जयपुर शहर के त्रिवेणी नगर में एक श्मशान घाट है. इसी श्मशान घाट में माया देवी बंजारा रहती हैं. श्मशान घाट की देखरेख करती हैं और यहां आने वाले शवों का अंतिम संस्कार भी करवाती हैं.मम्मी से सीखा अंतिम संस्कार करवाना
"मम्मी कहती थीं कि बेटा शर्माएंगे तो भूखे मरेंगे, काम करने में कोई शर्म नहीं है."
शांत चेहरा, दया भाव, आवाज़ में कड़कपन और पारंपरिक कपड़े पहने हुए माया देवी हमारे सामने बैठी हुई थीं.