केन्द्र सरकार ने जारी की नई अफीम नीति

in #news2 years ago
  • 20.jpgपरम्परागत और सीपीएस पद्धति के अफीम किसानों को 10 आरी के पट्टे

चित्तौडग़ढ़। केन्द्र सरकार ने बहुप्रतिक्षित 2022 -23 की अफीम नीति की घोषणा कर दी है और इस अफीम नीति में सभी किसानों को दस आरी के समान पट्टे दिये जायेंगे। परम्परागत अफीम खेती और सीपीएस पद्धति के पात्र सभी किसानों को समान 10 आरी के पट्टे दिए जायेंगे। वहीं नई अफीम नीति में जिन किसानों का मॉर्फिन औसत 4. 2 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर से ऊपर रहा है उन किसानों को परम्परागत अफीम खेती के पट्टे मिलेंगे, लेकिन 2022 -23 में इन किसानों को 5. 9 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर की औसत देनी होगी।
केन्द्र सरकार द्वारा जारी की गई नई अफीम नीति में सबसे महत्वपूर्ण पहलू है कि सीपीएस पद्धति के किसानों की संख्या में भारी इजाफा होगा और पिछली बार 10 हजार के मुकाबले इस बार 24 हजार पट्टे जारी किये जायेंगे। केन्द्र सरकार अब धीरे-धीरे परम्परागत खेती को छोड़कर सीपीएस पद्धति पर फोकस करेगी। इस अफीम नीति में इसी की झलक देखने को मिली है।

केन्द्र ने जारी किये 3 गजट
केन्द्र सरकार द्वारा नई अफीम नीति लागू करते हुए 3 अलग-अलग गजट नॉटिफिकेशन जारी किये है। एक गजट नोटिफिकेशन में परम्परागत खेती के मामले में पॉलिसी की जानकारी दी है वहीं दूसरा गजट नोटिफिकेशन सीपीएस पद्धति को लेकर है। केन्द्र सरकार द्वारा जो तीसरा गजट नोटिफिकेशन जारी किया गया है उसमें मध्यप्रदेश, राजस्थान और उत्तरप्रदेश के साथ-साथ उत्तराखंड में प्रायोगिक खेती के संबंध में पॉलिसी जारी की गई है। यह खेती विश्वविद्यालयों में कराई जा सकेगी। नई अफीम नीति के जारी होन के बाद अनुमान है कि अफीम खेती का रकबा बढ़ेगा जहां सीपीएस पद्धति वाले किसानों में करीब 15 हजार पट्टों का इजाफा होगा तो 10 आरी के समान पट्टे जारी करने से परम्परागत खेती के 60 से 65 हजार पट्टों से बढ़कर यह संख्या करीब 90 हजार तक पहुंच जायेगी।

सांसद ने किसान हितैषी बताई अफीम नीति
चित्तौडग़ढ़ सांसद सीपी जोशी ने नई अफीम नीति जारी करने के बाद इसे किसान हित की नीति बताया है और केन्द्रीय वित्त निर्मला सीतारमण और वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि इस साल की नीति में हजारों किसान लाभान्वित होंगे। वहीं उन्होनेें नई अफीम नीति में सीपीएस पद्धति के किसानों में इजाफा होने और 2022 -23 से सीपीएस पद्धति के लाईसेंसी किसानों का लाईसेंस 5 वर्ष तक वैध होने की बात कही है।

नई अफीम नीति के महत्वपूर्ण बिंदू

  • परम्परागत और सीपीएस पद्धति के सभी किसानों को मिलेगा 10 आरी का पट्टा
    -4. 2 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर मॉर्फिन औसत के किसानों को परम्परागत खेती के 10 आरी के पट्टे
    -वर्ष 2022 -23 में परम्परागत खेती के किसानों को 5.9 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर मॉर्फिन औसत देना जरूरी
    -3 से 4. 2 किलोग्राम प्रति हैक्टेयर मॉर्फिन औसत देने वाले किसानों को सीपीएस पद्धति में 10 आरी का पट्टा
    -1999 से 2021 -22 तक घटिया अफीम के बावजूद 6 प्रतिशत औसत मॉर्फिन वाले किसानों को 10 आरी सीपीएस पद्धति के पट्टे
    -सीपीएस पद्धति में बढ़ेंगे 15 हजार नये पट्टे
    -दूसरों की भूमि पर अफीम उगाने की छूट, दो भाग में भी कर सकता है किसान खेती
  • 70 प्रतिशत गाढ़ता का नियम रहेगा लागू
  • एनडीपीएस मामलों में शामिल किसानों को नहीं मिलेगा पट्टा