भगवान श्री देवनारायण की कथा में भगवन देवनारायण का जन्म उत्सव बनाया
जावर में चल रही श्री देवनारायण भगवान की कथा पंडित प्रभु लाल पंडा के मुखारविंद से स्थान देवबाब बड़ली वाले पांडा भादर सिंह पडियार बाबा के मठ में कथा का चौथे दिवस भगवान देवनारायण जी का जन्म उत्सव बनाया गया
वही पंडित प्रभु लाल पंडा ने बताया कि
देवनारायण जी भगवान विष्णु की साधना कर एक शक्तिशाली व्यक्ति बन गये थे. एक बार की बात है धार के रहने वाले राजा जयसिंह की एक पुत्री थी जिसका नाम था पीपलदे, वे काफी बीमार थी. देवनारायण जी ने उन्हें अपनी शक्तियों से एकदम ठीक कर दिया. और उसके बाद उन्हीं के साथ उनका विवाह भी हुआ. देवनारायण जी ने कुछ आश्चर्यजनक कार्य किये थे, जिनमें सूखी नदी में पानी पैदा करना, सारंग सेठ को पुनर्जीवित कर देना, छोंछु भाट को जीवित करना जैसे किस्से सामने आते हैं. लोगों ने उसे उनका चमत्कार माना.
उनके इसी तरह के कई चमत्कारों के चलते ही उनके अनुयायी उन्हें भगवान विष्णु का अवतार कहते थे. इन्हें भगवान विष्णु की आराधना करने से जो शक्तियां प्राप्त हुई थी, उसका उपयोग उन्होंने हमेशा ही लोगों के कल्याण एवं उनकी हमेशा मदद करने के लिए किया. इसी वजह से उन्हें लोग पूजते थे.
बाहर से पधारे सभी पण्डाजी का स्वागत श्री भादर सिंह जी पडियार द्वारा किया गया स्वागत सम्मान
उपस्थित सभी पंडा के साथ जावर नगर के प्रमुख लोग उपस्थित रहे
भादर सिंह पडियार
बलवंत सिंह जी पडियार
मांगीलाल पडियार साहब उदय सिंह पडियार विजेंद्र सिंह पडियार
अर्जुन सिंह पडियार साहब
जगदीश सिंह पडियार कुमेर सिंह जी ठाकुर
विक्रम सिंह ठाकुर हरि सिंह भाटी मनोहर सिंह जी ठाकुर श
अर्जुन सिंह ठाकुर सुरेंद्र सिंह भाटी तेज सिंह जी पटेल भीम सिंह दरबार देवेंद्र सिंह भोले भूपेंद्र सिंह ठाकुर देवेंद्र सिंह ठाकुर नीरज पटेल धर्मेंद्र सिंह ठाकुर हिंदुत्व समिति अध्यक्ष सूरज सिंह ठाकुर ज्ञान सिंह ठाकुर
ठाकुर सिंह
एवं समस्त नगर वासी जावर उपास्थि थे
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