बड़ा खुलासा: PFI का टारगेट था अयोध्या, राम मंदिर गिराकर मस्जिद बनाने की थी प्लानिंग
पटनाः PFI: हाल ही में देश में प्रतिबंधित हुए आतंकी संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI/ पीएफआई) को लेकर नया खुलासा हुआ है. महाराष्ट्र सरकार ने नासिक कोर्ट में बताया कि पीएफआई वाले अयोध्या के राम मंदिर को तोड़कर वहाँ बाबरी मस्जिद बनाने की प्लानिंग कर रहे थे. महाराष्ट्र एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 5 संदिग्धों से पूछताछ और उनकी पड़ताल में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ. साथ ही यह भी पता चला कि कैसे इनका मकसद देश को 2047 तक किसी भी हाल में इस्लामी राष्ट्र में तब्दील करना था. इसके अलावा देश में आतंकी गतिविधियों को अंजाम देने के लिए ये विदेशों से ट्रेनिंग पा रहे थे. संदिग्धों के अकॉउंट की जाँच में विदेशी पैसा भी मिला है.
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23 अक्टूबर को अयोध्या जाएंगे पीएम मोदी
ये खुलासा तब हुआ है, जब पीएम मोदी अयोध्या जाने वाले हैं. 23 अक्टूबर को पीएम मोदी अयोध्या में दीवाली मनाएंगे. इस दौरान PFI साजिश रच रहा था. गौरतलब है कि इसी तरह कुछ दिन पहले पीएम मोदी जब बिहार आए थे तब भी ऐसी ही साजिश सामने आई थी. पीएम मोदी की बिहार यात्रा के दौरान, कुछ संदिग्ध लोग 11 जुलाई को फुलवारी शरीफ इलाके में इकट्ठा हुए थे.
संदिग्ध वाट्सएप ग्रुप भी आया सामने
गौर करने वाली बात है कि पीएफआई कार्यकर्ताओं का एक व्हाट्सएप ग्रुप भी सामने आया है. जानकारी मिली है कि भारत में चल रहे संगठन के इस ग्रुप का एडमिन कोई भारतीय नहीं बल्कि पाकिस्तान से है. बता दें कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के ये 5 संदिग्ध आतंकी गतिविधियों के इल्जाम में सितंबर माह में पकड़े गए थे. पड़ताल के दौरान जाँच टीम को विदेश से संचालित होते व्हॉट्सएप ग्रुप के बारे में पता चला. छानबीन हुई तो ये सामने आया कि ग्रुप में न केवल पाकिस्तान बल्कि अफगानिस्तान और अमीरात के लोग भी थे.
पीएफआई के संदिग्ध सामाजिक कार्यों के नाम पर देश-विदेश से पैसा इकट्ठा कर रहे थे. इनका मकसद इन पैसों के जरिए, (खासकर खाड़ी देशों से आए पैसों का प्रयोग करके) देश विरोधी गतिविधियों को अंजाम देना था. इस बात की जानकारी होने के बाद अब एनआईए के साथ ईडी भी इस मामले में अपनी जाँच कर रही है. छानबीन में संदिग्धों के पास से मोबाइल और हार्ड डिस्क समेत अन्य सामग्रियाँ बरामद की गईं.
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