संचालक और ट्रांसपोर्टर के बीच की लड़ाई में 6051 क्विंटल चावल हुआ खराब

in #negligence2 years ago

IMG_20220728_123547.jpgनान, वेयरहाउस संचालक और ट्रांसपोर्टर के बीच की लड़ाई में 6051 क्विंटल चावल हुआ खराब

आम नागरिकों के खून पसीने की कमाई से दिए जाने वाले टैक्स के पैसों में नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा 1,21करोड़ का चावल खराब, कौन है जिम्मेदार

अनूपपुर/कोतमा

जिले में सार्वजनिक वितरण प्राणाली के माध्यम से गरीबो को वितरित किये जाने वाले खाद्यान्न के गुणवत्ता विहीन व निर्धारित मापदंडों के अनुरूप नही होने के बावजूद उसे गरीबो की थाली तक पहुंचाने का खेल रूकने का नाम नही ले रहा है। वहीं अब बीते तीन वर्षो से वेयर हाउस बिजुरी के गोदाम में भंडारित लगभग 640 टन चावल बिना देखरेख के खराब हो जाने के बाद अब विभाग उसे शासकीय उचित मूल्य की दुकान में भेजने की तैयारी में था। जिसके बाद एक बार फिर खाद्य मंत्री बिसाहूलाल सिंह का गृह जिला खाद्यान्न मामले में सुर्खियां बटोर रहा है। जहां सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से गरीबो की थाली में सड़ा चावल पहुंचाकर उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने की जुगत में थे।

यह है मामला

कोतमा विकासखंड अंतर्गत शुभ वेयर हाउस बिजुरी में वर्ष 2017-18 एवं 2018-19 में भंडारित सीएमआर चावल का समय पर उठाव नही किये जाने के कारण गोदाम में भंडारित 4 स्टेक लगभग 6051क्विंटल चावल पूरी तरह से खराब हो चुका है। जानकारी के अनुसार उक्त 4 स्टेक में से 2 स्टेक चावल जो कि खाने योग्य ही नही बचा है। जिस पर अब नागरिक आपूर्ति विभाग उक्त सड़े हुये चावल के अपग्रेडेशन करने की तैयारी में जुट गई है। इस पूरे खेल में नागरिक आपूर्ति विभाग के केन्द्र प्रभारी की भूमिका संदिग्ध देखी है, जिन्होने नियमानुसार चावल के उठाव में फीफो नियम का पालन ही नही किया गया, जिसके कारण वर्ष 2017 से भंडारित हजारों क्विंटल चावल सड़ गया और काॅर्पोरेशन को एक बार फिर अनूपपुर जिले से करोड़ो रूपये की क्षति उठानी पड़ी।

12 हजार बोरी चावल हुआ खराब

शुभ वेयर हाउस बिजुरी के गोदाम क्रमांक 25 में भंडारित चार स्टेको में लगभग 12 हजार बोरी वजन लगभग 6051क्विंटल चावल के खराब होने पर नागरिक आपूर्ति विभाग एक बार फिर से सुर्खियों में है। लगातार अपनी मनमानी एवं मिलरों द्वारा अमानक व गुणवत्ता विहीन चावल को जमा कराने के कारनामे किसी से छिपे नही है। जो मिलरों के साथ मिली भगत कर गरीबो की थाली में अमानक व गुणवत्ता युक्त चावल की खेप पहुंचा कर स्वयं और मिलरों को लाभ पहुंचा रहे है। जिसके बाद अब नया मामला बिजुरी के शुभ वेयर हाउस का जिले में छाया हुआ है। जहां हजारों क्विंटल खराब हुये चावल का ठीकरा नाॅन व वेयर हाउस दोनोएक दूसरे के सिर में फोड़ने जुटे हुये है।

केन्द्र प्रभारी व ट्रांसपोर्टर के बीच की लड़ाई में सड़ गया चावल

जानकारी के अनुसार वर्ष 2017-18 एवं 2018-19 में भंडारित सीएमआर चावल को केन्द्र प्रभारी कोतमा द्वारा समय पर उठाव नही किये जाने के कारण सड़ गया है। जिसका कारण नाॅन के केन्द्र प्रभारी व उस समय के ट्रांसपोर्टर के बीच की निजी लड़ाई ने शासन को करोड़ो रूपये का नुकसान पहुंचाया है। वहीं तत्कालीन वेयर हाउस कोतमा के शाखा प्रबंधक द्वारा भी गोदाम में भंडारित चावल की सुरक्षा मानको व बिना देखरेख के कारण पूरी तरह से सड़ चुका है, जो अब खाने योग्य ही नही बचा। लेकिन पूरा मामला सामने आने से पहले नागरिक आपूर्ति विभाग अपनी कमियों को छिपाने के लिये सड़ा हुआ चावल को गरीबो की थाली में पहुंचाने की तैयारी में जुटे थे।

तो क्या फिर चलेगा अपग्रेडेशन का खेल

नागरिक आपूर्ति विभाग अनूपपुर द्वारा जहां वेयर हाउस बिजुरी में भंडारित हजारों क्विंटल चावल के सड़ जाने के बाद अपने आप को बचाने अब सड़े हुये चावल के अपग्रेडेशन की तैयारी में जुट गया है। जबकि अमानक व गुणवत्ता विहीन चावल का अपग्रेडेशन किया जा सकता है। लेकिन नाॅन अब सड़े हुये चावल के अपग्रेडेशन करने की बात कह रही है। वहीं अपग्रेडेशन न होने की स्थिति में उक्त राशि वसूली की जायेगी। आखिकर कार नाॅन ने शासन के नियमों व निर्देशानुसार फीफो नियम का पालन न करना भी एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। नागरिक आपूर्ति विभाग उक्त सड़े चावल को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के माध्यम से गरीबो की थाली में पहुंचाकर उनके स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ करने में जुट हुये थे।

इनका कहना है

शुभ वेयरहाउस एवं ट्रांसपोर्टर की लापरवाही से पूरा चावल खराब हो गया है हमारे विभाग के जीएम एवं रीजनल मैनेजर द्वारा जांच किया जा चुका है यह चावल वितरण योग्य नहीं है इसकी जानकारी भोपाल भेज दी गई है।। उच्च अधिकारियों द्वारा जो भी निर्णय आएगा उसके अनुरूप कार्य किया जाएगा।

विजय सिंह प्रबंधक नागरिक आपूर्ति निगम कोतमा