52 साधन सहकारी समितियों का स्वरूप बदलेगा
बलिया 12 सितम्बरः (डेस्क)बलिया जिले में साधन सहकारी समितियों की स्थिति में सुधार के लिए शासन ने गंभीरता दिखाई है। वर्तमान में, जिले की अधिकांश समितियाँ जर्जर हो गई हैं, जिससे सचिवों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सहकारिता विभाग ने 52 जर्जर समितियों की सूची तैयार की है, जिनका जीर्णोद्धार किया जाएगा।
इसमें बांसडीह तहसील की समितियों की संख्या सबसे अधिक है।
शासन ने निर्देश दिए हैं कि इन समितियों के लिए प्रस्ताव तैयार किया जाए, जिसके बाद बजट जारी किया जाएगा। जिले में कुल 160 साधन सहकारी समितियाँ संचालित होती हैं।
सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता, ब्रजेश पाठक ने बताया कि शासन से समितियों की सूची मांगी गई थी, जिसे प्रेषित कर दिया गया है। आगे की कार्रवाई शासन के निर्देशों के अनुसार की जाएगी।
सहकारी समितियाँ किसानों और उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण होती हैं, क्योंकि ये उन्हें उचित मूल्य पर वस्तुएं उपलब्ध कराती हैं। हालाँकि, जर्जर स्थिति के कारण इन समितियों की कार्यक्षमता प्रभावित हो रही है। शासन की पहल से उम्मीद है कि समितियों का पुनर्निर्माण होगा, जिससे स्थानीय किसानों को लाभ होगा और उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार आएगा।
इस प्रक्रिया में, समितियों के सचिवों और सदस्यों को भी सक्रिय रूप से शामिल किया जाएगा, ताकि वे अपनी समस्याओं और आवश्यकताओं को शासन के समक्ष रख सकें। इससे न केवल समितियों का पुनर्निर्माण होगा, बल्कि सहकारिता के क्षेत्र में भी सुधार होगा।
इस प्रकार, बलिया की साधन सहकारी समितियों का स्वरूप बदलने की प्रक्रिया में शासन की सक्रियता से स्थानीय कृषि और अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।