नूपुर शर्मा के समर्थन में उतरी तसलीमा नसरीन, ‘मुस्लिम कट्टरपंथियों’ के पागलपन पर किया तंज, काशी...
DESK. पैगम्बर मोहम्मद पर विवादास्पद टिप्पणी करने के बाद भाजपा से निष्कासित प्रवक्ता नूपुर शर्मा के समर्थन में लेखिका तसलीमा नसरीन ने मुस्लिम कट्टरपंथियों को आड़े हाथों लिया है. उन्होंने नूपुर शर्मा की टिप्पणी की आड़ में देशभर में हो रही हिंसा को लेकर तल्ख टिप्पणी की. तसलीमा नसरीन ने ट्वीट किया,"अगर पैगंबर मोहम्मद आज भी जीवित होते तो दुनिया भर के मुस्लिम कट्टरपंथियों का पागलपन देखकर दंग रह जाते। आलोचना से ऊपर कोई नहीं है। कोई भी इंसान, संत, मसीहा, पैगंबर या भगवान भी आलोचना से ऊपर नहीं है। दुनिया को एक बेहतर जगह बनाने के लिए आलोचनात्मक जांच जरूरी है।"
दरअसल, शुक्रवार को जुम्मे की नमाज के बाद देश के कई शहरों में नूपुर शर्मा के विरोध में जोरदार विरोध प्रदर्शन किया गया. रांची और प्रयागराज में तो हिंसक झड़प हुई जिसमें कुछ लोगों की मौत भी हुई. इसी को लेकर तसलीमा ने ट्विट कर मुस्लिम कट्टरपंथियो को निशाने पर लिया है.
गौरतलब है कि तसलीमा नसरीन अपनी किताब "लज्जा" की बांग्लादेश में कड़ी आलोचना के बाद लगभग तीन दशकों से निर्वासन में रह रही हैं. तसलीमा को कट्टरपंथी संगठनों द्वारा हत्या की धमकी दी गयी थी, जिसके बाद 1994 में उन्होंने बांग्लादेश छोड़ दिया था.
इस बीच, काशी में धर्म परिषद की बैठक हुई. धर्म परिषद में जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा की निंदा की गई. साथ ही साथ इस पर नाराजगी भी जताई गई. संतो ने केंद्र तथा प्रदेश सरकार से अराजकता फैलाने वालों और उसके पीछे के साजिशकर्ताओं को चिन्हित कर उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की भी मांग की है. संतो की ओर से साफ तौर पर कहा गया है कि नूपुर शर्मा को धमकी देने वालों को गिरफ्तार कर सजा दी जाए. इतना ही नहीं, संतों ने तो यह भी कह दिया कि जिस तरह के से शुक्रवार के दिन हिंसा की गई है, उसके बाद संत समाज चुप नहीं बैठेगा और सड़कों पर उतरेगा. धर्म परिषद की बैठक सुदामा कुटी हरतीरथ के पतालपुरी मठ के पीठाधीश्वर महंत बालक दास की अध्यक्षता में हुई.