महाकुंभ स्थल में नर्मदा नदी और महापुरूषों के जीवन वृतांत का वर्णन किया जाएगा

in #narmada5 days ago
  • 100 करोड़ की लागत से महाकुंभ स्थल का सौन्दर्यीकरण किया जाएगा - मंत्री श्रीमती संपतिया उइके
  • महाकुंभ स्थल में पर्यटन और श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न निर्माण कार्य कराए जाएंगे

1000226956.jpg

मंडला:-प्रदेश शासन की लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने मंडला जिले में स्थित महाकुंभ स्थल का सौन्दर्यीकरण करने के निर्देश दिए हैं। महाकुंभ स्थल का सौन्दर्यीकरण 100 करोड़ की लागत से किया जाएगा। जिससे पर्यटन, रोजगार और श्रद्धालुओं के लिए विभिन्न प्रकार के निर्माण कार्य कराए जाएंगे। उन्होंने बताया कि महाकुंभ स्थल का सौन्दर्यीकरण जिले के लिए ऐतिहासिक कार्य होगा। नर्मदा नदी के तटों को विकसित किया जाएगा। जिससे श्रृद्धालुजन नर्मदा नदी में धार्मिक कार्य एवं पूजा अर्चना कर सकें। मंत्री श्रीमती संपतिया उइके नगरपालिका मंडला में महाकुंभ स्थल के सौन्दर्यीकरण की समीक्षा कर रही थी। इस अवसर पर नगरपालिका मंडला अध्यक्ष श्री विनोद कछवाहा, जिला पंचायत सदस्य व सभापति संचार एवं संकर्म निर्माण समिति श्री शैलेष मिश्रा, सांसद प्रतिनिधि श्री जयदत्त झा, मुख्य नगरपालिका अधिकारी श्री गजानंद नाफड़े सहित विभागीय अधिकारी, कर्मचारी मौजूद थे। मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने बताया कि नर्मदा परिक्रमावासियों के लिए महाकुंभ स्थल में धर्मशाला भी बनाया जाएगा। नर्मदा नदी की जीवनगाथा का भी चित्रण किया जाएगा, जिसमें नर्मदा नदी के उदगम स्थल अमरकंटक से लेकर गुजरात की खम्भात की खाड़ी तक के महत्वपूर्ण स्थानों का वर्णन होगा। उन्होंने बताया कि महाकुंभ स्थल में भगवान परशुराम, भगवान सहस्त्रबाहु, नर्मदा जी, भगवान शंकर की प्रतिमा भी स्थापित की जाएगी। जनजातीय जीवन पर आधारित जनजातीय संग्रहालय का भी निर्माण किया जाएगा। महाकुंभ स्थल में रानी दुर्गावती, रानी अवंती बाई, राजा शंकरशाह, कुंवर रघुनाथशाह, दुर्गादास राठौर सहित अन्य महापुरूषों की जीवन व संघर्ष पर आधारित वृतांत का वर्णन किया जाएगा। महाकुंभ स्थल में होम स्टेट बनाए जाएंगे। गोंडी पेंटिंग को बढ़ावा देने और कोदो कुटकी, महुआ के पकवान सहित चौपाटी लगाई जाएगी। जिससे स्थानीय नागरिकों को रोजगार मिले और स्थानीय व्यापार को बढ़ावा मिल सके।
मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने कहा कि महाकुंभ स्थल में नर्मदा जी और भगवान शंकर की अष्ट धातु की भव्य प्रतिमा का निर्माण किया जाएगा। जिससे यह प्रतिमा श्रृद्धालुओं और पर्यटकों के लिए आस्था का केन्द्र बन सके। भगवान शंकर का नर्मदा जी से गहरा नाता रहा है, जिसका वर्णन प्राचीन ग्रंथों में मिलता है। उन्होंने बताया कि महाकुंभ स्थल में पर्यटकों, नर्मदा परिक्रमावासियों और श्रृद्धालुओं को विशेष सुविधा दी जाएगी। मंत्री श्रीमती संपतिया उइके ने महाकुंभ स्थल में जाने के लिए तीन मार्ग बनाने के निर्देश दिए हैं। जिसका पहला मार्ग बाबा धनीराम जी की कुटिया के समीप से होगा और महाकुंभ स्थल में पहुंचने के लिए दो अन्यत्र मार्गों का निर्माण किया जाएगा। उन्होंने बताया कि महाकुंभ स्थल में आदिगुरू शंकराचार्य और मंडल मिश्रा के संवादों का भी वर्णन किया जाएगा। इसी प्रकार से जिले में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए रामनगर के किले, चौगान की मढिया, मंडला में सहस्त्रधारा, मंडला का किला सहित विभिन्न स्थलों को विकसित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार से बरगी डेम से लेकर मंडला आने के लिए जल मार्ग भी प्रारंभ करने की योजना बनाई जा रही है। जिससे पर्यटक जल मार्ग से भी मंडला जिले में प्रवेश कर सकें।