म्यांमार की सेना ने चार लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं को दी सज़ा-ए-मौत
म्यांमार की सेना ने देश के चार लोकतंत्र समर्थक कार्यकर्ताओं को मौत की सज़ा दी है. दशकों बाद देश में मौत की सज़ा दी गई है.
पूर्व सांसद फ्यो ज़िया थॉ, लेखक और कार्यकर्ता को जिमी, ला म्यो आंग और आंग थुरा ज़ॉ पर 'आतंकी गतिविधियों' को अंजाम देने के आरोप थे.
मौत की सज़ा का एलान पहली बार सेना ने इसी साल जून महीने में किया था. उस समय इस निर्णय की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आलोचना हुई थी.
ये मौत की सज़ा वर्ष 2021 में हुए सैन्य तख्तापलट के दौरान के मामलों में दी गई है.
उस समय सेना ने आंग सांग सू ची की अगुवाई वाली नेशनल लीग फोर डेमोक्रेसी (एनएलडी) की लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत चुनी गई सरकार का तख्तापलट कर दिया था. इसके विरोध में भारी विरोध-प्रदर्शनों को भी सेना ने तेज़ी से दबा दिया.