आदर्श खेल गांव खेड़ी विरान के खिलाड़ियों ने जीते पदक

IMG-20220523-WA0564.jpg

मुजफ्फरनगर बहादुर खेड़ी विरान गांव’
आदर्श खेल गाँव का प्रयोग हुआ सफल!

आदर्श खेल गाँव की बालिकाओं ने जीते चार पदक
दो बालिकाओं ने स्वर्ण पदक और दो बालिकाओं ने रजत पदक जीता

मुज़फ्फरनगर---23-05-2022---- उत्तर प्रदेश एथलेटिक्स संघ द्वारा दिनांक 16-17 मई, 2022 को 55वीं यू.पी. राज्य वार्षिक अंडर-20 एथलेटिक्स चैम्पियनशिप 2022 का आयोजन कानुपर में किया गया। जिसमें उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से अंडर-20 आयु वर्ग के बालक एवं बालिकाओं ने प्रतिभाग किया। उत्तर प्रदेश के सभी जिलों के खिलाड़ियों ने भी प्रतिभाग किया।
आदर्श खेल गांव का इतिहास
स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर, आईएमटी गाजियाबाद के हैड एवं स्पोर्ट्सः ए वे ऑफ लाइफ एनजीओ के अध्यक्ष डॉ. कनिष्क पाण्डेय ने एक सर्वे किया जिसके निष्कर्षों से पता चला कि भारत में खेल साक्षरता दर बहुत ही कम है। इस खेल साक्षरता दर को बढ़ाने के लिए उन्होंने ग्रामीण स्तर पर जाकर बच्चों को खेल साक्षर करने की ठानी। खेल साक्षरता को बढ़ाने के लिए सर्वप्रथम गाँवों में जाकर बच्चों और उनके अभिभावकों को खेलो के प्रति जागरुक करना जरुरी था, जिसके लिए प्रत्येक जिले में एक गाँव को आदर्श खेल गाँव के रुप में विकसित करने की सोची। स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर, आईएमटी गाजियाबाद और स्पोर्ट्सः ए वे ऑफ लाइफ एनजीओ के संयुक्त तत्वावधान में मुजफ्फरनगर जिले के बहादुरपुर-खेड़ी विरान गाँव को विगत 2 वर्ष पूर्व आदर्श खेल गाँव के रुप में विकसित किया गया। आज यह गाँव भारत के प्रथम आदर्श खेल गाँव के रुप में जाना जा रहा है। इस आदर्श खेल गाँव में खिलाड़ियों को प्रतिदिन विभिन्न खेलों का नियमित रुप से प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। संस्था द्वारा एक राष्ट्रीय स्तर के कोच को गाँव में बच्चों को प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए नियुक्त किया गया, साथ ही गाँव में दो फेसिलिटेटर भी नियुक्त किये गये हैं। समय-समय पर गाँव के बच्चों के बीच खेल प्रतिस्पर्धा का भी आयोजन किया जाता है तथा मेडिकल कैम्प, खेल जागरुकता कार्यक्रम, वार्षिक खेल सप्ताह आदि कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जाता रहा है। इस गाँव में बच्चे खेल में बढ़-चढ़कर हिस्सा तो लेते ही हैं, साथ ही उनके अभिभावक भी बच्चों को प्रतिदिन नियमित रुप से खेल मैदान पर भेजते हैं।
2- राज्य स्तर पर आयोजित चैम्पियनशिप में 4 ग 100 मी. रिले रेस में लगभग 50 खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसमें आदर्श खेल गाँव बहादरपुर खेड़ी विरान की कु0 सानिया एवं कु0 निशा ने प्रथम स्थान प्राप्त करते हुए स्वर्ण पदक जीता। वहीं दूसरी प्रतियोगिता 4 ग 400 मी. रिले रेस में लगभग 40 खिलाड़ियों ने भाग लिया, जिसमें सानिया ने दूसरा स्थान प्राप्त करते हुए रजत पदक जीता, वहीं उमा ने भी द्वितीय स्थान पर आकर रजत पदक जीता। अंतर्राष्ट्रीय एथलेटिक्स, पूर्व ओलम्पियन, अर्जुन पुरस्कार विजेता श्री गोपाल सैनी (मो0नं0-9785000575) ने कहा है कि इन खिलाड़ियों की कठिन मेहनत और प्रयासों से मुजफ्फरनगर के आदर्श खेल गाँव को चार पदक प्राप्त हुए है। जिसमें दो स्वर्ण पदक और दो रजत पदक है। प्रदेश स्तर की स्पर्धा में एक ही गांव से 04 पदक मिलना एक इतिहासिक घटना है। इन खिलाड़ियों ने अपने अभिभावकों, गाँव और जिले का नाम रोशन किया और यह बता दिया कि खेल से भी हम अपने जीवन में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। राज्य स्तर पर पहंुच कर पदक प्राप्त करना इस बात की ओर इशारा है कि आदर्श खेल गाँव का प्रयोग धीमे-धीमे सफल हो रहा है।
3- स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर, आईएमटी गाजियाबाद के हैड एवं स्पोर्ट्सः ए वे ऑफ लाइफ एनजीओ के अध्यक्ष डॉ. कनिष्क पाण्डेय ने कहा कि गाँव में एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन कर इन महिला खिलाड़ियों का स्वागत और सम्मान किया जाएगा। श्री अशोक ध्यानचन्द (मो0नं0-8368664495) पूर्व ओलम्पिन खिलाड़ी एवं अर्जुन अवार्डी ने कहा कि आदर्श खेल गांव योजना अभी शैशव काल में है, परन्तु पूत के पांव पालने में ही दिखते हैं यह कहावत मॉडल स्पोटर््स विलेज पर चरितार्थ होती है, इसका सारा श्रेय आई0एम0टी0, गाजियाबाद के हेड को जाता है। डॉ. कनिष्क पाण्डेय ने कहा कि आदर्श खेल गाँव में और अधिक सुविधाएँ उपलब्ध करवायी जाएगी जिससे वे राष्ट्रीय और अर्न्तराष्ट्रीय स्तर तक पहंुच सके साथ ही अन्य खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया जाएगा। डॉ. पाण्डेय ने बताया कि आदर्श खेल गाँव की इन बालिका खिलाड़ियों को चैम्पियनशिप में भाग लेने के लिए होने वाला सम्पूर्ण व्यय संस्था द्वारा वहन किया जाएगा, खिलाड़ियों के साथ एक कोच, एक महिला फेसिलिटेटर तथा उनके अभिभावक को भी साथ भेजा गया।
4- आदर्श खेल गाँव बहादरपुर खेड़ी विरान में इन खिलाड़ियों के पहंुचने पर उनके अभिभावकों और ग्रामीणों द्वारा स्वागत किया गया। कु0 निशा (मो0नं0-7505921096), कु0 सानिया (मो0नं0-9068167066) व कु0 उमा (मो0नं0-9870891902) ने बताया कि उन्हें खेलना पसन्द था लेकिन उन्हें कोई मार्गदर्शन नहीं मिल पा रहा था परन्तु जबसे उनके गाँव को आदर्श खेल गाँव के रुप में विकसित किया जा रहा है, वे प्रतिदिन प्रशिक्षण प्रदान करने आती है और संस्था के अध्यक्ष महोदय के प्रयासों से आज राज्य स्तर तक पहंुच कर पदक प्राप्त कर पाये हैं। उन्होंने बताया कि वे अभी और अधिक मेहनत करेंगे और राष्ट्रीय स्तर पर गाँव का नाम रोशन करेंगे।
5- खिलाड़ियों के अभिभावक जिसमें सानिया के पिता श्री हसीन, कु0 निशा के पिता श्री सुन्दरलाल एवं कु0 उमा के पिता श्री देवेन्द्र, समस्त निवासीगण ग्राम बहादुरपुर खेड़ी विरान जिला मुजफ्फरनगर से वार्ता करने पर उन्होंने बताया कि उन्होंने पहले कभी नहीं सोचा था कि उनकी लड़कियाँ भी इस स्तर तक पहंुच कर उनका और गाँव का नाम करेंगी। वे पहले सिर्फ अखबार और टीवी में ही खिलाड़ियों को खेलते और जीतते हुए देखते थे। वे सोचते थे कि इन सबके लिए बहुत मेहनत और खर्चा होता है परन्तु आज जब सभी सुविधाएँ हमारे गाँव तक पहंुच चुकी है तो हम अपने बच्चों को अवश्य ही खेलने भेजेंगे। सभी अभिभावकों ने स्पोर्ट्स रिसर्च सेन्टर, आईएमटी गाजियाबाद के हैड एवं स्पोर्ट्सः ए वे ऑफ लाइफ एनजीओ के अध्यक्ष डॉ. कनिष्क पाण्डेय को बहुत-बहुत धन्यवाद दिया और कहा कि उन्हें नहीं पता था कि कभी उनके गाँव में भी कोई संस्था आकर इस प्रकार का काम करेगी परन्तु डॉ. पाण्डेय ने हमारे गाँव को आदर्श खेल गाँव के रुप में विकसित किया, बच्चों को खेलों से जोड़ा, उन्हें नियमित प्रशिक्षण प्रदान किया। बच्चों को राज्य स्तर पर खेलने भेजने की जिम्मेदारी भी इन्होंने निभाई। इन सब कार्यों से ही आज हमारे बच्चों ने पदक प्राप्त किये हैं।