चन्द्रशेखर बोले, जब भी धार्मिक राष्ट्र बनेगा देश टूट जाएगा

पावटी। गांव पावटी खुर्द पहुंचे आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चन्द्रशेखर आजाद ने गांव में दलित विरोधी टिप्पणी करते हुए पिटवाई गई मुनादी पर नाराजगी जताई। आजाद ने कहा कि दलित किसी से नहीं डरता। वह पढ़ाई लिखाई में लगा है। उन्होंने कहा कि यह तुगलकी फरमान तथा इस तरह की मुनादी उन्होंने आजाद भारत में पहली बार सुनी। कहा कि गुलाम भारत में इस तरह की हरकतों के बारे में सुना जाता है। कहा कि चुनाव से पहले सभी को हिंदू कहा जाता है, लेकिन चुनाव समाप्त होते ही इस तरह की हरकत होती हैं। चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दो से ध्यान हटाने के लिए मंदिर-मस्जिद और लाइडस्पीकर जैसे मामले उठाए जा रहे हैं। उन्होंने हिंदू राष्ट्र के विचार पर भी सवाल उठाते हुए आरएसएस चीफ मोहन भागवत का नाम लेकर कई सवाल उठाए। आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चन्द्रशेखर ने पावटी में पिटवाई गई मुनादी पर कहा कि गुलाम भारत में तो सुना था। कि मुनादी होती थी और फरमान जारी होते थे किसी समाज के लिए। लेकिन आजाद भारत में उन्होने अपने संघर्ष काल में यह यह पहली मुनादी सुनी। चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि इसमें उनके दो मत है, जब चुनाव आते हैं तो सब लोग कहते घूमते हैं कि सब हिंदू है, लेकिन जब चुनाव खत्म हो जाता है तो इस तरह का व्यवहार दलितों के साथ होता है और बड़े पैमाने पर होता है। उन्होने कहा कि यह यह तो वीडियो बन गई नहीं तो पुलिस ही इस शिकायत को झूठा मान लेती। चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि वह यह समझते हैं कि इस तरह की सोच एक व्यक्ति से नहीं है। उन्होने कहा कि उनकी इस सोच से है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री दलितों के पैर धोते हैं। मुख्यमंत्री दलितों के घर जाकर खाना खाते हैं। उन दलितों को ही यह कहा जा रहा है, खेत पर गए तो पांच हजार जुर्माना लगा देंगे, 50 जूते मार देंगे। उन्होंने कहा कि कौन मार देगा जूते। चन्द्रशेखर आजाद ने कहा कि जूते मारना तो वह भी अच्छे से जानते हैं। उन्होंने कहा कि वह तो चमड़ा बनाना भी जानते हैं। पुलिस अपनी कार्यवाही कर रही है। अब इस तरह के तुगलकी फरमान और अन्याय नहीं चलेगा। उन्होंने कहा कि आजाद भारत है और संविधान है यहां। इस अन्याय को लोग बर्दाश्त करेंगे भी नहीं। कहा कि वह अपने समाज को बताने के लिए आए हैं कि वे लोग हैं। दलित दहशत के चलते जंगल भी नहीं जा रहा। इस सवाल पर भीम आर्मी चीफ ने कहा कि वह अधिकारियों से बात करेंगे। कहा कि दलित डरता नहीं, लेकिन संत रविदास व आंबेडकर कहकर गए कि किसी से लड़ो मत आगे बढ़ो। कहा कि समाज के लोग अब पढ़ रहे हैं। उन्होंने कहा कि पता चला है कि जिस बच्चे ने वह वीडियो बनाई उसे देख लेने की धमकी दी जा रही है। उन्होंने कहा कि वह एसएसपी से बात करेंगे। पूछेंगे कि सुरक्षा के क्या इंतजाम किये गए हैं। वह एफआइआर भी देखेंगे। उन्होंने कहा कि वह बुल्डोजर की कार्रवाई का समर्थन नहीं करते, लेकिन समझता हैं कि जिसने अपराध किया उसके अंदर कानून का डर होना चाहिए।

मुद्दो से ध्यान भटकाने को उठा रहे लाउडस्पीकर जैसे मुद्दे
आजाद समाज पार्टी अध्यक्ष चन्द्रशेखर ने कहा कि मंदिर, मस्जिदों से लाउडस्पीकर हट रहे हैं। देश किस और जा रहा है? इस सवाल पर उन्होंने कहा कि डालर के मुकाबले रुपया गिर रहा है, महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी है। अन्याय अत्यचार चरम पर है। पेट्रोल और डीजल के दाम भी बढ़े। बीजेपी के लोग इन सब चीजों की ओर से जनता का ध्यान हटाने के लिए इस तरह के मुद्दे उठा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि कौन सा धर्म नफरत सिखाता है। आज युवा सुसाइड कर रहा है। कोई भर्ती नहीं आ रही। बेरोजगारी बढ रही है। दवाइयों के दाम बढ रहे हैं। देश में कोरोना जैसे मामले आए। लेकिन उसकी कोई चर्चा नहीं हो रही। रुपया, प्रधानमंत्री जिसे कहते थे ये देश का सम्मान है, वह गिरा है। आज देश की आर्थिक स्थिति कमजोर हो रही है। 122 करोड़ रुपये का कर्ज देश पर है। प्रधानमंत्री जानते हैं कि जवाब देना पड़ेगा। इसलिए इन इश्यू को बढावा दिया जा रहा है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा कि मोहन भागवत जी ने हिंदुत्व का ठेका लिया हुआ है वह उनसे कहना चाहते हैं कि एक हिंदू राष्ट्र से पहले एक हिंदू गांव बनाकर दिखाएं। बताएं कि उस हिंदू गांव में दलितों, पिछड़ो और आदिवासी को क्या अधिकार होंगे। उसका आधार क्या होगा, क्या मापदंड होगा। उसका पैमाना लोगों के सामने रखे। यदि हिंदू राष्ट्र बनेगा तो हिंदू संविधान भी बनेगा। उसके बारे में बताएं कि उसमें दलितों, पिछड़ों और आदिवासियों व माइनारिटी को क्या अधिकार होंगे। इसलिए पहले एक हिंदू गांव बनाकर दिखाएं। उन्होंने कहा कि जब भी धार्मिक राष्ट्र बनेगा तो टूट जाएगा। उन्होंने कहा कि वह नहीं चाहते कि उनका राष्ट्र टूटे, वह अपने देश से बहुत प्यार करते हैं।