उदयपुर की घटना पर हिंद किसान मजदूर समिति का प्रदर्शन

in #muzaffarnagar2 years ago

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उदयपुर की घटना पर हिंद किसान मजदूर समिति का प्रदर्शन

ANCHOR=मुजफ्फरनगर: राजस्थान के उदयपुर में कन्हैया लाल की निर्मम हत्या के बाद जहां पूरे देश में इस हत्याकांड की घोर निंदा हो रही है वहीं यूपी के मुजफ्फरनगर में हिन्द मजदूर किसान समिति के किसानों द्वारा महावीर चौक पर राजस्थान के उदयपुर में हुयी कन्हैयालाल नामक युवक की नृशंस हत्या का विरोध प्रकट किया गया और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार सिंह को सौंपा। साथ ही हिंद मजदूर किसान समिति द्वारा प्रदर्शन के बाद यह निर्णय लिया गया कि जब तक कन्हैयालाल के आरोपियों को फांसी की सजा नहीं होगी तब तक हिंद मजदूर किसान समिति समय-समय पर आंदोलन करती रहेगी और साथ ही तालिबानी सोच रखने वाले कट्टरपंथियों से व्यापार और सामान खरीदने पर प्रतिबंध लगाएगी । हिंद मजदूर किसान समिति के लोगों ने बताया कि हम लोग किसी भी तालिबानी सोच रखने वाले कट्टरपंथी से ना संभाल लेंगे और ना सम्मान देंगे इन लोगों का सामाजिक बहिष्कार किया जाएगा।

जिसमें उक्त घटना के अपराधियों को फांसी की सजा और नुपुर शर्मा प्रकरण के मूल कारण तस्लीम अहमद रहमानी की गिरफ्तारी की मांग रखी गयी। इसके अलावा मु०नगर के किसानों ने ये संकल्प लिया कि तालिबानी समर्थकों का बहिष्कार करेंगे उनकी दुकानों से कोई सामान नहीं लेंगे।

इस अवसर पर हिन्द मजदूर किसान समिति के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष भी उपस्थित रहे। उन्होंने बताया कि हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष चन्द्रमोहन का मानना है कि कल उदयपुर में हुयी घटना हमारे संविधान का अपमान है, जिसकी हम कड़े शब्दों में निंदा करते हैं। जो लोग संविधान की दुहाई देते थे। वे लोग आज कहां है ? हमें संविधान के झूठे अनुयायी नहीं चाहिये। संविधान हमारे लिये पवित्र ग्रन्थ है। हिन्दुस्तान संविधान से चलेगा तालिबान से नहीं। अब हिन्दू और हिन्दुस्तान जाग रहा है। हिन्दुस्तान में इस तरह की नृशंस घटनाओं को बर्दाशत नहीं किया जायेगा।

हम ये मानते हैं कि हिन्दू और मुस्लिम हिन्दुस्तान की दो आंखे हैं। लेकिन नफरती मौलाना और जाति के ठेकेदार हमें आपस में भिड़वाने के लिये इस तरह की घटनाओं को अंजाम देते हैं। वास्तव में यही लोग देश में तालिबानी सोच को बढ़ावा देते हैं। उदयपुर में हुयी कन्हैयालाल की नृशंस हत्या इसी सोच को दर्शाती है जिसके लिये ऐसे नफरती मौलानाओं पर कठोर दण्डात्मक कार्यवाही होनी चाहिये जिससे ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो सके। इसलिये सभी हिन्दुस्तानियों से हम ये आह्वान करते हैं कि तालिबानी सोच का समर्थन करने वालों का आर्थिक बहिष्कार करें, उनकी दुकानों से कोई भी सामान न खरीदें, उन्हें अपने घर में घुसने न दें इत्यादि। इसके साथ ही सरकार से निवेदन करते हैं कि वो ऐसा कानून बनाये कि महापुरूष चाहे किसी भी धर्म या मजहब का हो उसका अपमान करने वालों पर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाये और धार्मिक घृणा और जातिवादी घृणा फैलाने वालों को उम्रकैद या फांसी की सजा हो ।