चकबंदी में मुसहर बस्ती का रास्ता नहीं छोड़ा गया

in #musahar4 days ago

आजमगढ़ 15 सितम्बरः(डेस्क)शनिवार को महुआ मुरारपुर में आयोजित चौपाल में ज्वांइट मजिस्ट्रेट सदर, सुनील कुमार धनवंता ने स्थानीय निवासियों की समस्याएं सुनीं। इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों से सीधा संवाद किया और उनकी समस्याओं का समाधान करने का आश्वासन दिया।

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ग्रामीणों ने विभिन्न मुद्दों पर अपनी बातें रखीं, जिसमें चकबंदी का मामला प्रमुख रहा। एक फरीयादी ने बताया कि चकबंदी के दौरान मुसहर बस्ती का रास्ता नहीं छोड़ा गया, जिससे स्थानीय निवासियों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।

इस चौपाल में उपस्थित लोगों ने बताया कि चकबंदी के बाद भी कई समस्याएं जस की तस हैं। ग्रामीणों ने यह भी बताया कि प्रशासन द्वारा किए गए कई वादे अब तक पूरे नहीं हुए हैं।

धनवंता ने ग्रामीणों को आश्वस्त किया कि उनकी समस्याओं को गंभीरता से लिया जाएगा और शीघ्र समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रशासन का उद्देश्य है कि सभी गांवों में विकास हो और किसी भी समुदाय को परेशानियों का सामना न करना पड़े।

इस चौपाल का आयोजन स्थानीय प्रशासन द्वारा ग्रामीणों के साथ संवाद बढ़ाने और उनकी समस्याओं को सीधे सुनने के लिए किया गया था। इस प्रकार की चौपालें ग्रामीण विकास के लिए महत्वपूर्ण मानी जाती हैं, क्योंकि इससे अधिकारियों को वास्तविकता का पता चलता है और वे त्वरित कार्रवाई कर सकते हैं।

धनवंता ने ग्रामीणों से अपील की कि वे अपनी समस्याओं को खुलकर रखें ताकि उन्हें सही तरीके से समझा जा सके। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन हमेशा उनके साथ है और उनकी भलाई के लिए काम करेगा।

इस प्रकार की चौपालें न केवल समस्याओं के समाधान में मदद करती हैं, बल्कि ग्रामीणों और प्रशासन के बीच एक मजबूत संबंध स्थापित करने में भी सहायक होती हैं। इससे ग्रामीणों को अपने अधिकारों और सुविधाओं के प्रति जागरूक होने का अवसर मिलता है।

ग्रामीणों ने इस पहल की सराहना की और उम्मीद जताई कि प्रशासन उनकी समस्याओं का समाधान करेगा। इस दौरान, कई अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई, जैसे कि शिक्षा, स्वास्थ्य, और बुनियादी सुविधाएं।

इस चौपाल के अंत में, धनवंता ने सभी को आश्वस्त किया कि वे उनकी समस्याओं को प्राथमिकता देंगे और जल्द ही समाधान के लिए कदम उठाएंगे। इस प्रकार के आयोजन ग्रामीण विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं और स्थानीय निवासियों के लिए एक सकारात्मक बदलाव लाने में सहायक होते हैं।