हत्या की साजिश के मास्टरमाइंड हिस्ट्रीशीटर पीयूष गिरफ्तार, 16 मामले दर्ज

in #murder9 days ago

बरेली 7 सितम्बरः(डेस्क)बरेली में करीब 50 दिन पहले किला थाना क्षेत्र में हेड कांस्टेबल के बेटे अमन की सुनियोजित तरीके से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई थी। इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता हिस्ट्रीशीटर पीयूष शंखधार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पीयूष पर 16 मुकदमे दर्ज हैं और उसे जेल भेज दिया गया है।

WhatsApp Image 2024-09-07 at 18.47.36_512cc37c.jpgImage credit : Amar Ujala

हत्या का घटनाक्रम

13 जुलाई को अमन उर्फ बिट्टू को किला क्षेत्र में स्थित विपिन गुप्ता के दफ्तर ले जाकर उसकी हत्या की गई। इस हत्या में पवन कश्यप, सोनू कश्यप और रामजी गुर्जर शामिल थे। वहां विपिन गुप्ता, शालू गुप्ता, नीरज गोयल, जतिन और रिहान ने मिलकर अमन की हत्या की और उसके शव को इज्जतनगर क्षेत्र के नाले में फेंक दिया।

आरोपी की गिरफ्तारी

मुकदमा दर्ज होने के बाद, हत्याकांड के आरोपी सोनू और रिहान ने आत्मसमर्पण कर दिया था, जबकि अन्य आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। मुख्य आरोपी विपिन गुप्ता और शालू गुप्ता को पुलिस ने मुठभेड़ के दौरान पैर में गोली मारी थी। इस पूरे घटनाक्रम में हिस्ट्रीशीटर पीयूष शंखधार की भूमिका महत्वपूर्ण रही, जिसके बाद पुलिस उसकी तलाश में दबिश दे रही थी।

हत्या का कारण

अमन की हत्या संपत्ति विवाद के चलते की गई थी। इज्जतनगर क्षेत्र में एक बेशकीमती भूखंड को लेकर मुख्य आरोपी सोनू और पवन के पिता मलखान तथा एक भूमाफिया के बीच विवाद था। मलखान के विरोधी भूमाफिया के लिए हिस्ट्रीशीटर विपिन गुप्ता काम करता था।

सूत्रों के अनुसार, अमन का मलखान के घर मठ इलाके में आना-जाना था और उसकी दोस्ती मलखान के बेटे सोनू और पवन से थी। हिस्ट्रीशीटर ललित सक्सेना का भी वहां उठना-बैठना था। अमन का मलखान के घर जाना विपिन गुप्ता और उसके भूमाफिया आका को पसंद नहीं था। उन्हें अमन की मुखबिरी या साजिश का डर था, इसलिए उन्होंने उसकी हत्या कर दी।

साजिश में शामिल अन्य आरोपी

सोनू और पवन ने अपने फायदे के लिए अमन का इस्तेमाल करना चाहा, इसलिए उन्हें भी इस घटना में आरोपी बना दिया गया। इस प्रकार, यह मामला न केवल हत्या का है, बल्कि यह संपत्ति विवाद और आपसी साजिश का भी प्रतीक है।