नगर आयुक्त नए, चुनौतियां वही पुरानी: शहर के हर वार्ड की सड़कों पर गड्ढों का सामना

बरेली 18 सितम्बरः(डेस्क)बरेली के नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य को कार्यभार संभालने के बाद कई पुरानी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। शहर के 80 हजार परिवार अभी भी घर-घर कूड़ा उठान की सुविधा से वंचित हैं, और हर वार्ड की सड़कों पर गड्ढों की भरमार है। इसके अलावा, सफाई और स्ट्रीट लाइटों से जुड़ी समस्याएं भी शहरवासियों के लिए चिंता का विषय बनी हुई हैं।

WhatsApp Image 2024-09-18 at 18.43.28_90803d02.jpgImage credit : Amar Ujala

पूर्व नगर आयुक्त की चुनौतियाँ

पिछले दो वर्षों में, नगर आयुक्त रहीं निधि गुप्ता वत्स ने इन समस्याओं से जूझते हुए कई प्रयास किए, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। अब नए नगर आयुक्त को भी इन मुद्दों का समाधान करना होगा। स्वच्छता रैंकिंग में सुधार लाना और खराब स्ट्रीट लाइटों की समस्या को हल करना उनके लिए प्राथमिकता बन गई है।

नागरिकों की अपेक्षाएँ

शहर के निवासियों की उम्मीदें बढ़ गई हैं। वे चाहते हैं कि उनकी फोन कॉल पर समस्याओं का समाधान तुरंत हो जाए, सड़कें गड्ढामुक्त हों, जलनिकासी का बेहतर इंतजाम हो, हर घर से कूड़े का उठान हो, और गृहकर तथा जलकर की गड़बड़ियां समाप्त हों। इसके साथ ही, निगम की बोर्ड बैठकों में प्रस्तावित योजनाओं को धरातल पर मूर्त रूप देने की आवश्यकता है।

पार्षदों की भूमिका

पार्षद भी नए नगर आयुक्त के सामने इन मुद्दों को उठाने की तैयारी कर रहे हैं। उनका मानना है कि नगर आयुक्त के कार्यकाल में इन समस्याओं का समाधान होना चाहिए ताकि शहरवासियों को राहत मिल सके।

भविष्य की दिशा

नए नगर आयुक्त संजीव कुमार मौर्य के सामने ये सभी चुनौतियाँ हैं, और यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इन समस्याओं का समाधान कैसे करते हैं। शहरवासियों की नजरें अब उन पर टिकी हुई हैं, और उम्मीद है कि वे अपनी कार्यशैली से सुधार लाएंगे।