संजय राउत पर ED का शिकंजा, जानिए क्या है पात्रा चॉल जमीन घोटाला
ईडी संजय राउत से महाराष्ट्र में 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा के पात्रा चॉल जमीन घोटाले के मामले में पूछताछ कर रही है. इससे पहले ईडी ने संजय राउत को एक समन भी जारी किया था.
पात्रा चॉल घोटाले (Patra Chawl Scam) को लेकर शिवसेना (Shivsena) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) पर शिकंजा कसता चला जा रहा है. आज सुबह प्रवर्तन निदेशालय (ED) के कुछ अधिकारी संजय राउत के घर पहुंचे और छापेमारी कर रही है. माना जा रहा है कि ईडी की टीम संजय राउत को हिरासत में लेकर पूछताछ कर सकती है. संजय राउत पर जांच में सहयोग न करने का भी आरोप लगा है.
ED संजय राउत से महाराष्ट्र (Maharashtra) में 1 हजार करोड़ से भी ज्यादा के पात्रा चॉल जमीन घोटाले के मामले में पूछताछ कर रही है. इससे पहले ईडी ने संजय राउत को 27 जुलाई को एक समन भी जारी किया था लेकिन वो अधिकारियों के सामने पेश ही नहीं हुए. इसके बाद ईडी के अधिकारी आज उनके घर पर पहुंचे हैं.
इस मामले पर राजनीति भी हो रही है. संजय राउत पर ईडी के शिकंजे को लेकर शिवसेना ने विरोध किया है. शिवसेना ने केंद्र की बीजेपी सरकार पर सरकारी एजेंसी की दुरुपयोग करने का आरोप लगाया है. शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने संजय राउत को समन भेजने को लेकर एक ट्वीट किया था जिसमें उन्होंने कहा था कि ईडी डिपार्टमेंट बीजेपी से परम भक्ति का उदाहरण पेश कर रहा है. तो वहीं संजय राउत तो समय समय पर जांच एजेंसियों पर सवाल उठाते ही रहे हैं और जब खुद के खिलाफ जांच आई है तो वो चुप कैसे बैठ सकते हैं. उन्होंने कहा कि मैं समझ चुका हूं कि ईडी ने मुझे समन भेजा है, हम बालासाहेब के शिवसैनिक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं. ये साजिश चल रही है.
क्या है पात्रा चॉल घोटाला?
साल 2007 में गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन कंपनी को (जो HDIL की सिस्टर कंपनी है) पात्रा चाल का विकास करने का काम महाराष्ट्र हाउसिंग एंड एरिया डेवेलपमेंट अथॉरिटी की तरफ से दिया गया था. गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन को वहां रहने वाले 672 फ्लैट बनाकर देना है और करीब 3000 फ्लैट म्हाड़ा को देना था. यह लैंड 47 एकड़ का था, जहां पर वहां रहने वाले और म्हाड़ा को घर बनाकर देने के बाद बाकी बची जमीन पर वो घर बनाकर खुद बेच सकते हैं लेकिन आरोप है कि गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन ने वहां किसी भी तरह का विकास नहीं किया और न ही म्हाड़ा को फ्लैट दिया. बल्कि उसने पूरी जमीन और FSI 8 बिल्डर को 1034 करोड़ रुपये में बेच दिया.
अब यहां संजय राउत का नाम कैसे आया?
ED ने 1 फरवरी को ECIR दर्ज किया था और प्रवीण राउत (Praveen Raut) और उसके साथी सुजीत पाटकर (Sujit Patkar) के कुल 7 ठिकानों पर छापेमारी की थी. इसके बाद 2 फ़रवरी को प्रवीण राउत को गिरफ़्तार किया गया था. प्रवीण राउत शिवसेना (Shivsena) नेता संजय राउत (Sanjay Raut) के दोस्त माने जाते हैं. प्रवीण राउत का नाम PMC स्कैम में भी आया था जिसकी जांच चल रही है.
जांच के दौरान पता चला की प्रवीण राउत की पत्नी माधुरी (Madhuri) के बैंक से संजय राउत की पत्नी वर्षा (Varsha) के बैंक खाते (Bank Account) में 55 लाख रुपये भेजे गए जिसका इस्तेमाल राउत परिवार ने दादर (Dadar) में एक फ़्लैट लेने के लिए किया था. इस मामले में वर्षा और माधुरी का बयान भी दर्ज किया गया है. सुजीत पाटकर और संजय राउत के बेटी एक वाइन ट्रेडिंग फर्म में पार्टनर हैं. पाटकर की पत्नी और संजय राउत की पत्नी ने अलीबाग में जॉइंट ज़मीन खरीदी है. अलीबाग़ का वो फ़्लैट भी ED के रडार पर है.
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