खाद और यूरिया खरीदी पर सब्सिडी बढ़ाई

in #mpsatnabjp2 years ago

भाजपा सरकार ने दी किसानों को बड़ी राहत, खाद और यूरिया खरीदी पर सब्सिडी बढ़ाई:- IMG-20220524-WA0645.jpgसहकारिता प्रकोष्ठ जिला संयोजक विश्वनाथ सिंह तिवारी

सतना मैहर:- भारतीय जनता पार्टी सहकारिता प्रकोष्ठ के जिला संयोजक भाजपा के वरिष्ठ नेता एवं सतना सांसद श्री विश्वनाथ सिंह तिवारी जी ने बताया कि भाजपा सरकार ने किसानों के हित में लिया ऐतिहासिक फैसला किसानों को खेती के लिए उर्वरक और खाद की जरूरत होती है. जिसके लिए किसानों को मोटी रकम चुकानी होती है. भारत में खाद और उर्वरकों के दाम बढ़ गए है. किसानों पर आर्थिक बोझ ना पड़े और खरीफ के सीजन में परेशानी नहीं आए इसके लिए भारतीय जनता पार्टी की सरकार ने खाद पर सब्सिडी बढ़ाने का फैसला लिया है. खरीफ सीजन के शुरुआत में किसानों को खाद और उर्वरकों की आवश्यकता होती है. यदि सरकार किसानों को सब्सिडी बढ़ाकर खाद और उर्वरक नहीं देती है तो किसानों को महंगे खाद को खरीदना पड़ेगा जिससे कि फसल की लागत में वृद्धि होगी. जबकि सरकार चाहती है कि किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक भार नहीं पड़े. इसके लिए सरकार की ओर से खाद और उर्वरकों पर सब्सिडी बढ़ाने का निर्णय लिया गया है.

कैबिनेट की बैठक में किसानों के हितो को देखते हुए सरकार खाद और यूरिया पर सब्सिडी बढ़ाने की मंजूरी दे दी गई है. सरकार का प्रयास है कि रॉ मटेरियल के रेट में वृद्धि का किसानों पर बोझ ना पड़े तो ही अच्छा रहेगा. इसलिए सरकार सब्सिडी का भार उठाकर किसानों के हित पर अहम फैसला लिया है । रूस-युक्रेन युद्ध के चलते अंतराष्ट्रीय बाजार में उर्वरकों के रॉ मटेरियल की कीमतें तेजी से बढ़ी है. क्योंकि फास्फेटिक और पोटेशियम उर्वरकों की आपूर्ति प्रभावित हुई है. खाद कम्पनियों के मुताबिक़ रॉ मटेरियल काफी महंगा हो चूका है. कनाडा, चाइना, जॉर्डन, मलेशिया, इंडोनेशिया और अमेरिका से भी भारत खाद का रॉ मटेरियल आयात करता है।

भारतीय जनता पार्टी की सरकार केन्द्रीय मंत्रिमंडल ने 60,939.23 करोड़ रुपए की सब्सिडी को मजूरी दी है. मौजूदा वित्तीय वर्ष में केंद्र का खाद सब्सिडी पर व्यय 2.10-2.30 लाख करोड़ रुपए के बीच रहने का अनुमान है. रिपोर्ट्स की माने तो यह एक साल से खाद सब्सिडी पर होने वाला अब तक का सबसे अधिक खर्च होगा.

किसानों को सरकार की ओर से खाद एवं उर्वरकों पर सब्सिडी का लाभ प्रदान किया जाता रहा है ताकि किसानों को उचित कीमत पर खाद मिल सके और उन पर आर्थिक भार भी नहीं रहें. कुछ वर्षों पहले खाद पर सब्सिडी 80 हजार करोड़ रुपए के करीब थी. लेकिन खाद और उर्वरक बनाने में लगने वाले कच्चे मान की बढ़ोतरी के कारण उर्वरकों के दाम दोगुने हो गए तब सरकार ने भारी सब्सिडी देकर किसानों को राहता प्रदान की है. पिछले दिनों रसायन और उर्वरक मंत्री मनसुख मांडविया ने राज्यसभा में बताया था कि सरकार की कोशिश है कि किसानों को खाद और उर्वरक उचित कीमत पर मिले इसके लिए किसानों को सब्सिडी पर उपलब्ध कराया जाता है. भारत में डी ए पी खाद की एक बोरी की कीमत 4073/- की पड़ती हैं परंतु भाजपा सरकार उसी डी ए पी खाद को किसानों को सिर्फ 1350/- प्रति बैग मिलेगी, भारत में यूरिया खाद की एक बोरी की कीमत 2450/- की पड़ती हैं परंतु भाजपा सरकार उसी यूरिया खाद को किसानों को सिर्फ 266 रुपए 50 पैसे प्रति बैग मिलेगी, भारत में एन पी के खाद की एक बोरी की कीमत 3291/- की पड़ती हैं परंतु भाजपा सरकार उसी एन पी के खाद को किसानों को सिर्फ 1470/- प्रति बैग मिलेगी, भारत में एम ओ पी खाद की एक बोरी की कीमत 2654/- की पड़ती हैं परंतु भाजपा सरकार उसी एम ओ पी खाद को किसानों को सिर्फ 954/- प्रति बैग मिलेगी।
(1) यूरिया खाद में प्रति बोरी 2183 रूपए 50 पैसे की बचत
(2) डी ए पी खाद में प्रति बोरी 2723 रुपए की बचत
(3) एन पी के खाद में प्रति बोरी 1821 रुपए की बचत
(4) एम ओ पी खाद में प्रति बोरी 954 रुपए की बचत
आज भारतीय जनता पार्टी की सरकार किसानों की आय बढ़ाने किसानों को किसानी में कम लागत से किसान किसानी कर सके निरंतर प्रयासरत रहती है। जय भाजपा विजय भाजपा किसानों की सरकार भाजपा सरकार।