जमीयत सद्भावना मंच के तत्वाधान में आज 28 अगस्त को देश में सौ से अधिक स्थानों पर सद्भावना संसद

in #mpbhopal2 years ago

जमीयत सद्भावना मंच के तत्वाधान में आज 28 अगस्त रविवार को देश में सौ से अधिक स्थानों पर सद्भावना संसद एवं सदभावना बैठक का आयोजन जमीअत उलमा हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत मौलाना महमूद मदनी साहब के निर्देश एवं मार्गदर्शन में कल भोपाल में भी होगा आयोजन भोपाल जमीअत उलमा मध्यप्रदेश के प्रेस सचिव हाजी मोहम्मद इमरान ने बताया कि जमीअत उलमा मध्यप्रदेश के कार्यालय में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित हुई जमीअत उलमा मध्यप्रदेश के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून साहब की अध्यक्षता में आयोजित की गई थी जिसमें आपसी एकता भाई चारे को बढ़ावा देने के उद्देश्य से आज रविवार 28 अगस्त को राष्ट्रीय स्तर पर जमीअत उलमा हिन्द दुवारा सदभावना संसद सद्भावना सम्मेलन का आयोजन किआ जा रहा है इसी विषय मे भोपाल शहर एवं मध्यप्रदेश के कई ज़िलों में आयोजन की रणनीति तैयार की गई थी बैठक में बताया गया था जमीअत उलमा हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत मौलाना सैय्यद महमूद असद मदनी साहब के मार्गदर्शन एवं निर्देश पर देश भर में सद्भावना संसद एवं सम्मेलन के आयोजन जो देश भर में सौ से अधिक जगहों पर कल होंगे जिसमे आपसी एकता भाई चारा देश की तरक़्क़ी उन्नति सदभावना कायम रखने के लिए बुनियादी कोशिश कारगर साबित होगी जिसके लिए जमीअत उलमा हिन्द के राष्ट्रीय अध्यक्ष हज़रत मौलाना महमूद मदनी साहब की और से ये पहल की जा रही है जमीयत सद्भावना मंच के तत्वावधान में देश के विभिन्न राज्यों में सौ से अधिक स्थानों पर एक साथ सद्भावना संसद का आयोजन होने जा रहा है यह देश की वर्तमान स्थिति के संदर्भ में बहुत महत्वपूर्ण है जिसका स्पष्ट संदेश देश के सभी वर्गों को जोड़ना है।
ज्ञात रहे कि जमीयत उलेमा-ए-हिन्द की प्रबंधन समिति की गत 28-29 मई, 2022 को देवबंद में आयोजित सभा में धार्मिक घृणा और साम्प्रदायिकता को समाप्त करने के लिए एक महत्वपूर्ण प्रस्ताव “सद्भावना मंच“ के नाम से पारित किया गया था जिसमें देश में एक हजार सद्भावना संसदों को आयोजित करने का निर्णय लिया गया थ। उस अवसर पर जमीयत उलेमा-ए-हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने अपने अध्यक्षीय भाषण में कहा था कि नफरत का जवाब नफरत से नहीं बल्कि प्यार से दिया जा सकता है। इस सम्बंध में जमीयत उलेमा-ए-हिंद ने पिछले कुछ महीनों में देश के कई महत्वपूर्ण लोगों से मुलाकात की है और उसके बाद इस तरह के कार्यक्रमों को अंतिम रूप दिया ऐसे में देश से प्यार करने वाले वफादार नागरिक और संगठन विशेषकर जमीयत उलेमा-ए-हिंद जैसे संगठन चुप नहीं रह सकतीं और नफरत एवं साम्प्रदायिकता फैलाने वाली इन शक्तियों के खिलाफ शांति एवं एकता, आपसी भाईचारा और धार्मिक सदभाव का वातावरण पैदा करने के लिए मिलजुल कर प्रयास करना अपना कर्तव्य समझती हैं। जमीयत उलेमा-ए-हिंद पिछली एक शताब्दी से मानवता, देशभक्ति, संयुक्त राष्ट्रवाद और अहिंसा की नीति का पालन करती रही है। जमीयत उलेमा-ए-हिंद के मार्गदर्शकों और कार्यकर्ताओं ने न तो आजादी से पहले और न ही आजादी के बाद कभी भी सांप्रदायिकता, संकीर्णता और कट्टरवाद से समझौता किया।
सद्भावना संसद में सभी धर्मों के महत्वपूर्ण नेता भाग ले रहे हैं। यह कार्यक्रम आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, असम, मध्य प्रदेश, बिहार, केरल, तमिलनाडु, हरियाणा, मेवात और पंजाब, मेघालय, मणिपुर, त्रिपुरा, झारखंड, चेन्नई, गोवा, तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई आदि में आयोजित होंगे इसी कड़ी में जमीअत उलमा मध्यप्रदेश प्रदेश भी जमीअत उलमा मध्यप्रदेश के अध्यक्ष हाजी मोहम्मद हारून साहब की अगुवाई में कई ज़िलों में सद्भावना संसद एवं बैठक आयोजित करेगी एवं भोपाल में भी सदभावना संसद बैठक आज 28 अगस्त रविवार 11 बजे से होगा आयोजन में आपसी एकता भाईचारे को बढ़ावा देने के लिए बुद्धिजीवियों दुवारा विचार विमर्श किया जाएगा भोपाल में कार्यक्रम जमीअत उलमा मध्यप्रदेश की अगुवाई में होगा जिसमें सभी धर्मों के विशेष धर्म गुरु वरिष्ठ समाज सेवी भाग लेंगे एवं आपसी एकता सदभावना एकजुटता का संदेश देंगे कार्यक्रम का आयोजन जमीअत सदभावना मंच ज़िला भोपाल के बैनर तले आयोजित होगा बैठक में मोहम्मद कलीम एडवोकेट, मिर्ज़ा बशीर बैग, हाफ़िज़ इस्माईल बैग, हाफिज शहरयार, साजिद अहमद , हाजी मोहम्मद इमरान हारून आदि उपस्थित थ

रिपोर्टर, इदरीश मंसूरी