हाईटेंशन टावर में मौत को गले लगाने के लिए तैयार किसान

in #mp2 years ago

Screenshot_20220418-095852_WhatsApp.jpgहाईटेंशन टावर में मौत को गले लगाने के लिए तैयार किसान

3 दिन से चढ़े हुए हैं टावर में

अभी तक नहीं हुई कारगर पहल

मौसम का बिगड़ा है मिजाज

किसानों को नहीं नीचे उतर पा रहा है प्रशासन

उचेहरा।
मध्य प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह चौहान खुद किसान होने का दावा कर रहे हैं।
मगर जनपद पंचायत उचेहरा की ग्राम पंचायत मढ़ऊ में ऐसा नहीं लग रहा है कि मध्य प्रदेश में किसानों की सरकार है।

बता दें कि 3 दिन से किसान हाई टेंशन टावर लाइन में चढे हुए हैं और इस समय मौसम का मिजाज भी बिगड़ा हुआ है।
लेकिन अभी तक प्रशासन किसानों को टावर से नीचे नहीं उतरवा पाया है।
जिसके चलते जहां किसान अपनी जान जोखिम में डाले हुए हैं। वहीं प्रशासन भी परेशान होता हुआ नजर आ रहा है।
गौरतलब है कि जनपद पंचायत उचेहरा की ग्राम पंचायत धनेह के पास मढऊ गांव में दर्जनभर किसान हाईटेंशन टावर में 3 दिन से चढ़े हुए हैं। लेकिन अभी तक उनकी मांगें पूरी नहीं की गई है। जिसके चलते किसान जिंदगी और मौत से जूझता हुआ नजर आ रहा है।

एसडीएम ने बनाई सर्वे टीम

हाईटेंशन टावर लाइन के अंदर आने वाले किसानों के जमीन मकान बोर कुआं सभी का सर्वे फिर से कराया जा रहा है।
इस आशय का आदेश अनुविभागीय अधिकारी उचेहरा हेम करण धुर्वे के द्वारा दिया गया है और उनकी टीम के द्वारा सर्वे भी किया जा रहा है।

हालांकि आज किसानों को मनाने के लिए एसडीएम उचेहरा के अलावा अन्य निचले स्तर के आला अधिकारी भी मौके पर पहुंचे।
मगर किसान केवल मुआवजा राशि की बात कर रहे थे और यह राशि तत्काल दिलाई जाए। प्रशासन केवल आश्वासन देता है।
मगर मुआवजा राशि नहीं दिला पा रहा है।
इस बात को लेकर किसान काफी नाराज दिख रहे थे।

क्या कहते हैं किसान

प्रशासन के द्वारा लगातार आश्वासन दिए जा रहे हैं।
मगर जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं किया गया है।
जिससे हम लोगों को कई बार आंदोलन करना पड़ रहा है।
हर बार आश्वासन ही मिल रहा है।

रवि राज सिंह
प्रदेश अध्यक्ष किसान महासंघ

किसानों के लिए यह बहुत सोचनीय विषय हो गया है कि हमारी जमीन का हक हमें नहीं मिल पा रहा है ।
मनमानी तरीके से टावर गाड़ दिए गए हैं।
इसके बावजूद भी प्रशासन मुआवजा नहीं दिलवा पा रहा है।

ईश्वर चंद्र त्रिपाठी किसान नेता सतना

किसानों की मांग को लेकर धरना चल रहा है और दर्जनभर किसान टावर में चढे हुए हैं। लेकिन अभी तक प्रशासन के द्वारा कारगर पहल नहीं की गई है।

राकेश पांडे
किसान नेता