दर्शनोदय तीर्थ थूवोनजी कमेटी ने आचार्य श्री किए श्री फल भेंट

in #mp2 years ago

तीर्थ विकास के साथ सेवा और सुरक्षा की भी उतनी ही आवश्यकता--आचार्य श्री
अशोकनगर--अंचल के सबसे बड़े तीर्थ अतिशय क्षेत्र दर्शनोंदय तीर्थथूवोनजी में संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के चातुर्मास का निवेदन लेकर दर्शनोंदय तीर्थथूवोनजी सागर जिले के रहली पटनागंज तीर्थ पर पहुंची और चातुर्मास हेतु श्री फल भेंट किए दर्शनोंदय तीर्थथूवोनजी कमेटी के महामंत्री विपिन सिघई ने बताया कि कमेटी के अध्यक्ष अशोक टिंगू मिल मध्यप्रदेश महासभा के संयोजक विजय धुर्रा के नेतृत्व में कमेटी के उपाध्यक्ष राकेश अमरोद मंत्री विनोद मोदी कोषाध्यक्ष सौरव वाझल प्रचार मंत्री विजय धुर्रा आडिटर राजीव चन्देरी शिरोमणि संरक्षण संजीव श्रागर परम संरक्षण शैलेन्द्र दददा अमित जैन दलाल विमल जैन युवा वर्ग के संरक्षण शैलेन्द्र श्रागर जैन मिलन के अध्यक्ष मनोज भोला मनोज भैसरवास उमेश सिंघई मुन्ना वाझल सुनील मामा प्रदीप कदवाय पवन करैया पवन जैन सहित अन्य भक्तों ने आचार्य श्री को श्री फल भेंट किए।
एक चातुर्मास की आवश्यकता थूवोनजी में-
इस दौरान मध्यप्रदेश महासभा के संयोजक विजय धुर्रा ने निवेदन करते हुए कहा कि आचार्य श्री वीना से वीना गंज पूरा अंचल आपकी प्रतीक्षा कर रहा है आपके दो दो चातुर्मास ऐसे समय में हुए पैंतीस वर्ष वीत गये अव हमें सेवा का मौका मिले आपका या निर्यापक श्रमण मुनि पुगंव श्री सुधासागरजी महाराज के चातुर्मास से क्षेत्र नई ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकेंगा।
पूर्वजों ने तीर्थों को संभाल कर आपको सौंपा है-
इस दौरान आचार्य श्री ने कहा कि तीर्थ विकास के साथ सेवा और सुरक्षा की भी आवश्यकता है तीर्थ क्षेत्र जंगलों में अवस्थित है इनको पूर्वजों ने किस तरह से संभाल कर आप लोगों को सौंपा है इनकी सुरक्षा के साथ साथ एक व्यवस्थित सेवा की। आवश्यकता है उन्होंने कहा कि अनेक तीर्थों पर हम गये ही नहीं है संघ भी नहीं पहुंचा पैदल यात्रा में संघ पैदल की जगह भावनाओं से पहुंच जाते हैं संघ को भेजते तो है ग्वालियर संभाग में कई स्थान छूट सव तीर्थ पर श्रावकों का ध्यान होने लगा ये वड़ी अच्छी बात है।
मातृभाषा में होना चाहिए दुकानों के वोर्ड
उन्होंने कहा कि हम ने कुछ दिन पहले भी कहा था हर कार्य मातृभाषा में होना चाहिए आपकी दुकानों के वोड भी मातृभाषा हो मातृभाषा को वच्चे मां की गोद से समझने लगते है और पालने में भी अपने ज्ञान को विकसित करते रहते हैं आप लोग सोचते हैं वच्चा कुछ नहीं समझ रहा हम कहते हैं दुधमुंहे बच्चे भी सव कुछ समझते हैं IMG-20220523-WA0066.jpgIMG-20220523-WA0069.jpg