किसान की जमीन का सीमांकन करने के बजाय आर आई और पटवारी ने किसान को पहुंचाया जेल

in #mp2 years ago

सावधान अगर आप किसान व मजदूर है तो अधिकारी और कर्मचारियों की करना होगी जी हजूरी नहीं तो जाना होगा जेल

किसान की जमीन का सीमांकन करने के बजाय आर आई और पटवारी ने किसान को पहुंचाया जेल

आवेदक किसान का कहना जमीन का नहीं हुआ कि सीमांकन 6 महीने से भटक रहा तहसीलदार ने कहा किसान की जमीन का हुआ सीमांकन

सलसलाई
सरकार द्वारा किसानों को समय-समय पर शासकीय योजनाओं का लाभ मिले और अन्य प्रकार की योजनाओं से किसान की समस्या का निराकरण हो जिसको लेकर मध्य प्रदेश सरकार द्वारा कई प्रकार की योजनाएं लागू की लेकिन उन योजनाओं को जमीनी स्तर पर अधिकारी इस तरह पलीता लगाते हैं इसका एक उदाहरण गुलाना तहसील के मुडलाय जहां आवेदक किसान 6 माह से तहसील का चक्कर काट रहा है किसान कल्लू का पिता अहमद का मुडलाई के द्वारा गुलाना तहसील में सीमांकन को लेकर कई बार आवेदन दिया और साथ ही चालान भी पेश किया लेकिन बार-बार तहसीलदार और आर आई साहब को सीमांकन करने को लेकर किसान द्वारा कहा जाता था जहां आर आई रौनक गुप्ता व पटवारी शोएब कादरी के द्वारा किसान के ऊपर कई मामलों में एफ आई आर दर्ज करवा कर जेल भिजवा दिया गया अब ऐसे में सवाल ये उठता है कि क्या कोई किसान और गरीब मजदूर किसी अधिकारी और कर्मचारी के द्वारा अपना काम करवाने के लिए जाएंगे तो उनको जेल की हवा खानी पड़ेगी क्योंकि प्रदेश सरकार की नौकरशाही किसान और आम जनता पर इस समय हावी दिखाई देती है किसान कल्लू खा के द्वारा बताया गया कि आर आई और पटवारी के द्वारा मेरे आस-पास के काश्तकारों से मिलकर मुझे जेल भिजवा दिया गया जेल से आने के बाद मेरे द्वारा सीएम हेल्पलाइन पर भी शिकायत की गई साथ ही कलेक्टर एसडीएम सहित अन्य विभागों में भी आवेदन देकर मेरी जमीन का सीमांकन करने की शिकायत की गई है वहीं इस मामले में पटवारी और आर आई को फोन लगाया तो दोनों ने फोन नहीं उठाया
इनका कहना है
मामले में गुलाना नायाब तहसीलदार सदीप इवने का कहना है कि आवेदक की जमीन का सीमांकन हो गया है वही जब हमारे द्वारा सीमांकन के द्वारा पंचनामा रिपोर्ट मांगी गई तो तहसीलदार ने कहा कि मैं आपको डालता हूं