परिवारवादी दल देश के दुश्मनः मोदी

in #mp2 years ago

•निशाना प्रधानमंत्री ने तेलंगाना में भाजपा नेताओं व कार्यकर्ताओं को किया संबोधित

हैदराबाद (प्रेटू)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गुरुवार को कहा कि परिवार द्वारा चलाए जा रहे राजनीतिक दल देश के सबसे बड़े दुश्मन हैं। वे सिर्फ अपने विकास के बारे में सोचते हैं। बेगमपेट हवाई अद्वे पर भाजपा नेताओं और कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पीएम ने कहा कि तेलंगाना में भाजपा कार्यकर्ताओं के खिलाफ राजनीतिक प्रतिशोध लेने के लिए कार्रवाई की जा रही है।

• सिर्फ अपने विकास के बारे में सोचते है परिवार की ओर से संचालित दल

मोदी से फिर नहीं मिले तेलंगाना के सीएम

• वे सिर्फ राजनीतिक समस्या नहीं, बल्कि लोकतंत्र व युवाओं के शत्रु भी

परिवारवाद के कारण युवा और प्रतिभाशाली लोग राजनीति में में प्रवेश तक न नहीं कर पाते हैं। परिवारवाद ऐसे युवाओं के हर सपने को नष्ट कर रहा है और उनके लिए हर दरवाजा बंद कर रहा है। इसलिए पारिवारिक पार्टियों से छुटकारा पाना भी 21वीं सदी के भारत के लिए एक संकल्प है।

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सत्तारूढ़ तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) पर निशाना साधते हुए मोदी ने कहा कि परिवारवादी दल देश के लिए सिर्फ राजनीतिक समस्या नहीं हैं। परिवारवाद और परिवारवादी दल देश के लोकतंत्र और युवाओं के सबसे बड़े शत्रु हैं। उन्होंने कहा, तेलंगाना के लोग देख रहे हैं कि परिवार द्वारा चलाए जा रहे राजनीतिक दल किस तरह से अपना भला करने में लगे हुए हैं। वे कभी भी गरीबों की समस्याओं की परवाह नहीं करते।

हैदराबाद में एक जनसभा को संबंधित करते प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी

-नरेन्द्र मोदी, प्रधानमंत्री

बिजनेस (आइएसबी) के 20वें वर्षगांठ समारोह में भाग लेने पहुंचे थे। टीआरएस ने पूछे 17 सवाल

एएनआई के अनुसार मंत्री मोदी है। आपको ने गुरुवार को चेन्नई में एक रोड शो का और देश में अब तक का सबसे आयोजन किया में द्रमुक कार का गठन होने के बाद मोदी को यह पहली तमिलाइ दौरान प्रधानमंत्री ने राज्य क परियोजनाओं का उद्घाटन किया। इनमें मदुरै-धेनी के बीच 75 किलोमीटर लंबीइसके औ गेज परिवर्तन परियोजना भी शामिल है।

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आइएअनुसार, मोदी की हैदराबाद याग के दौरान टीआरएस ने उनसे 17 सवाल पूछे। तेलंगाना की सतारूढ़ पार्टी ने हैदराबाद में विभिन्न स्थानों पर बैनर लगाकर उनसे सवाल किए। इनमें से ज्यादातर सवाल राज्य गठन के समय केंद्र सरकार की ओर से किए गए उन वादों को लेकर थे, जिन्हें

पीएम ने कहा कि अलग राज्य की मांग को लेकर दशकों तक चले आंदोलन के दौरान तेलंगाना के सुनहरे भविष्य के लिए हजारों लोगों ने खुद को बलिदान कर दिया। यह आंदोलन इसके लिए नहीं था कि एक परिवार विकास के सपनों को चूर-चूर कर दें। गौरतलब है कि में तेलंगाना को 2014 में आंध्र प्रदेश से अलग कर एक राज्य का दर्जा दिया गया। था।