अपनी बेटी को बुलाओ नहीं तो सबको मारेंगे और खुद भी मर जाएंगे

in #motihari2 years ago

बेतिया, जासं। बानुछापर के महेंद्र कॉलोनी में शिक्षक के घर में घुसे युवक घरवालों को मारने के इरादा से आया था। मारने के बाद उसने घर में आग लगाने की भी साजिश रची थी।

हालांकि पुलिस की धैर्य की वजह से उसकी साजिश नाकाम हो गई। एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा ने बताया कि युवक के पास से बरामद लोडेड पिस्तौल से 7.65 एमएम की पांच कारतूस मिली है। सारे कारतूस पर उसने अपने कथित प्रेमिका और उनके स्वजनों का नाम लिखा था। एक कारतूस पर अपना नाम लिखा था। घर की तलाशी लेने पर एक बैग बरामद हुआ, जो युवक का बताया जा रहा है। बैग से नायलॉन की करीब 50 फीट रस्सी, लोहे की जंजीर, दो ताला, लाइटर, दो बोतल में रखे पेट्रोल, कुछ दवाइयां आदि सामग्री बरामद हुई है। जिससे साफ है कि युवक खतरनाक इरादे से आया था। कुरियर देने के बहाने घर में घुसने के साथ ही तमंचे के बल पर उसने घरवालों को बंधक बना लिया। युवक ने घर में रखे गैस सिलेंडर को बाहर निकाल उसका पाइप खोल लिया था। लाइटर भी करीब में रखा था। ताकि जरूरत पडऩे पर गैस सिलेंडर में आग लगा सके। सिरफिरे युवक के हाथ में पिस्तौल होने के कारण पुलिस उसे सिर्फ बात में उलझाने के अलावा कुछ नहीं पार कर पा रही थी।

गृहस्वामी की सुरक्षा को लेकर चार घंटे आरजू- मिन्नत की पुलिस

बंधक बने परिवार को सुरक्षित मुक्त कराने और युवक की गिरफ्तारी के लिए एसपी ने पुलिस की अलग-अलग तीन टीम बनाई। एक टीम घर के अंदर दाखिल थी। जबकि दूसरी टीम बाहर रह कर पहली टीम की मदद को तैयार थी। एसपी ने सख्त आदेश दिया था कि चाहे कुछ भी हो जाए घरवालों को सुरक्षित बचाना है। अगर युवक बंधक बने घरवालों पर गोली चलाता है और कोई विकल्प नहीं बचता है तो उसे गोली मार दें। पुलिस की तीसरी टीम इस रणनीति पर काम कर रही थी। घर के तकरीबन सारे खिड़कियों पर पुलिस जवान मुस्तैदी से डटे थे। दूर से निशाना लगाने के लिए इंसास राइफल ही मंगा ली गई थी। ताकि जरूरत पडने पर उसका इस्तेमाल किया जा सके। ऑपरेशन के दौरान पुलिस आरोपित युवक के घरवालों से भी संपर्क की। पुलिस की एक टीम उसके घर भी भेजी गई। युवक के पिता से बात कराने की कोशिश हुई। हालांकि उसके घर वालोंं ने कुछ भी बताने से इंकार किया।

मौके के ताक में चार घंटे रही पुलिस

करीब 9 बजे पुलिस की एक टीम घर में दाखिल हो चुकी थी। लेकिन कार्रवाई के लिए पुलिस को मौका नहीं मिल रहा था। समय बीतने के बाद भी पुलिस धैर्य बरकरार रखी। पुलिस उस वक्त का इंतजार कर रही थी जब युवक को भूख, प्यास या शौच की जरूरत महसूस हो। करीब 4 घंटे बाद ऐसा मौका आया। जब युवक को प्यास लगी और उसने पानी की बोतल उठाई। मौका देख पुलिस उस पर टूट पड़ी और दबोच ली।

मैंने भी प्यार किया था और धूमधाम से शादी की

दूधवाला के नाम पर पुलिस टीम घर में घुसी। हालांकि गेट गृहस्वामी ने खोली। पुलिस अंदर गई तो युवक भौंचक रह गया और गन प्वाइंट पर सबों को एक कमरे में बंद कर दिया। आरोपित युवक के पिस्टल के नोक पर खड़े रहने के बावजूद बानुछापर ओपी प्रभारी ओपी प्रभारी संजीव कुमार, तकनीकी शाखा के राजीव कुमार रजक, प्रशिक्षु दरोगा सर्वेश यादव ने सूझबूझ का परिचय दिया। ओपी प्रभारी ने करीब चार घंटे तक युवक को उलझाकर रखा। कभी कहा कि मैंने भी प्यार किया था और धूमधाम से शादी की। तुम सबको छोड़ो। तुम्हें विश्वास दिलाते हैं कि लड़की बात करेगी और तुम दोनों की शादी भी होगी। चूंकि पुलिस को इस बात की प्रतीक्षा थी कि वह शौच या पानी पीने जाए। हुआ ऐसा भी एक बजे के आसपास वह पानी पीने के लिए बोतल उठाया और इसी दौरान पुलिस झपटी और दबोच ली।

मोतिहारी से सुबह बस से आया युवक

युवक पूरी प्लान‍िंग के साथ आया था। वह सुबह पांच बजे मोतिहारी से बस से बेतिया आया। पहले से कूरियर का पैकेट तैयार कर लाया था। डिलीवरी बाय बनकर वह घर के दरवाजे पर दस्तक दिया। घर का दरवाजा गृहस्वामी की मां खोली। वह अंदर जाकर बैठ गया और गृहस्वामी और उनकी पत्नी के आने की प्रतीक्षा करने लगा। जब दोनों पहुंचे तक युवक का रौद्र रूप सामने आया।n38904710616533903195070cad788a6645c00310738506aa24021772beb1dfdfbcb120ae8a19f96b5f8aaa.jpg