मिर्ज़ापुर: शराब के नशे में धुत्त होकर बोला हमला

in #mirzapur2 years ago

मीरजापुर। हलिया थाना पुलिस के भी कारनामे अजीबोगरीब हैं। एक तरफ सूबे के पुलिस मुखिया फरियादियों की फरियाद को सुनकर त्वरित निस्तारण की बात कर रहे हैं, तो वही हलिया पुलिस है जो शिकायतकर्ता ही पर ही कार्रवाई करने पर तुली हुई है। कुछ ऐसा ही मामला हलिया थाना क्षेत्र के सिलहटा गांव का बताया जा रहा है। जानकारी के अनुसार उक्त गांव में सजहा शिव मन्दिर के पास बीती रात को एक किसान के खेत में सिंचाई हेतु बोरिंग का काम शुरू होने वाला था कि अचानक रंजिशवश ग्राम मधोर निवासी एक मनबढ़ बोरिंग कारोबारी ने अपने साथियों के साथ पांच से सात 1 किस्म के लोगों को लेकर उक्त स्थान पर पहुंच कर गाली गलौज करने लगे। बोरिंग कर रहे लोग कुछ समझ पाते कि इसके पहले ही नशे में धुत्त अराजक तत्वों ने मां बहन की भद्दी-भद्दी गालियां देते हुए बोरिंग कार्य में लगे सभी लोगों को मारने पीटने पर अमादा हो गये और काम न बन्द करने पर जान से मारने की धमकी देते हुए हाथा पाई करने लगे। मौके पर मौजूद काम करा रहे किसान और उनके रिश्तेदारों द्वारा बीच बचाव किया गया और काम बंद करा दिया गया। काम कर रहे लोगों ने किसी तरह से अपनी जान बचाकर वहां से चले आए। इसके पहले भी कई बार तथाकथित गुंडे द्वारा फोन पर जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है। ऐसे में इस कारोबार से जुड़े लोगों का आजीविका चलाना मुश्किल हो गया है। योगी राज़ में भी कहीं कहीं गुंडों के हौसले बुलंद होते दिखाई दे रहे हैं। पीड़ित ने थाना प्रभारी हलिया को शिकायती पत्र देते हुए अपिल किया है कि निष्पक्ष जांच करा कर दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई किया जाना चाहिए। आश्चर्य की बात है कि इस मामले में शिकायत मिलने के बाद भी पीड़ित की शिकायत पर कार्रवाई करने के बजाय मामला सोशल मीडिया पर उछलने पर खार खाए थाना प्रभारी द्वारा कार्रवाई तो दूर की बात रही है बल्कि वह आग बबूला हो गए। और शिकायतकर्ता से न केवल सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे इस मामले से संबंधित फोटो वीडियो इत्यादि को हटवाया है, बल्कि उसे ही जेल भेजने का काम कर दिया है। जो क्षेत्र में खूब जोरदार चर्चा होने के साथ ही साथ पुलिस की इस कार्रवाई पर लोग उंगलिया भी उठा रहे हैं। ऐसे में लोग सवाल कर रहे हैं कि पुलिस की इस कार्रवाई से न केवल दबंगों और मन बड़ो का हौसला बुलंद हो रहा है बल्कि अपराधियों को सह भी मिल रहा है, ऐसे में रामराज्य की परिकल्पना को कैसे साकार किया जा सकता है।