मिर्जापुर में रेलवे के अंडरग्राउंड ओवरब्रिज बने मुशीबत का कारण

in #mirzapur2 years ago

मिर्जापुर। रेल मार्गो पर आवागमन के दौरान होने वाली दुर्घटनाओं से बचाने की गरज से कुछ वर्ष पहले रेलवे द्वारा जगह-जगह बनाए गए अंडरग्राउंड रेलवे ओवर ब्रिज लोगों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है, इन्हें जिस उद्देश्य से बनाया गया था वह पूरा नहीं हुआ, अलबत्ता लोगों को जरूर इससे परेशानी होने लगी है। बरसात के दिनों में रेलवे के सभी अंडरग्राउंड पुलिया पुरी तरह से तालाब का रूप ले लेते हैं। अब समझा जा सकता है कि लोगों को आवागमन कैसे करना होता होगा। विकास खण्ड राजगढ़ के ग्राम पंचायत नुनौटी मैं बना रेलवे का अंडर ग्राउंड ओवर ब्रिज जिस पर केंद्र सरकार लाखों रुपयों पानी की तरह बहा चुकी है लेकिन इसकी उपयोगिता सुन नहीं रही है बरसात के दिनों में पानी जमा हो जाने के कारण कई गांव का आवागमन यहां पूरी तरह से प्रभावित हो जाता है लोगों को अन्य मार्गों से घूम कर आवागमन करना पड़ता है पानी जमा हो जाने से यहां नारकीय स्थिति उत्पन्न होने के साथ-साथ आवागमन पूरी तरह से बाधित हो जाता है ऐसे में आसपास के ग्रामीणों में आक्रोश देखा जा रहा है। इस मार्ग से सैकड़ों लोगों का आवागमन होता है वहीं कई विद्यालयों के नन्हे-मुन्ने बच्चे, किसान, नौजवान इस मार्ग से आवागमन करते हैं, जिन्हें काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता है। इतना ही नहीं राहगीरों को बाइक व साइकिल को इस पार से उस पार ले जाने में काफी मशक्कत पड़ रहा है। ग्रामीणों का कहना है कि जब कोई बड़ी गाड़ी यहां तक पहुंच जाती है तो फिर वह गाड़ी वाला अपनी गाड़ी को घुमा कर 15 किलोमीटर की दूरी तय करने के बाद अपने मंजिल पर पहुंचता हैं। ग्रामीणों को होने वाली समस्याओं को देखते हुए एक बार पुन: नए सिरे से अंडरग्राउंड रेलवे पुल का निर्माण किया जा रहा है, लेकिन वह भी काफी कच्छप गति से चल रहा है। राहगीरों का कहना है कि यह कार्य लगभग 4 महीने से ऊपर हो गया, लेकिन अभी तक कार्य पूर्ण रूप से फाइनल नहीं हुआ है। ऐसे में हम सबको 2 किलोमीटर का रास्ता तय करने के लिए 15 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी तय करने के बाद अपने मंजिल को पहुंचना पड़ता है। बरसात का मौसम प्रारंभ हो चुका है लेकिन अभी भी रेलवे अंडर ग्राउंड पुल का निर्माण कार्य पूरी तरह से पूर्ण न होने से लोगों की समस्याएं फिलहाल तो कम होती नजर नहीं आ रही है। बताते चलें कि जिले के राजगढ़ विकासखंड से लगाए कई अन्य इलाकों में भी रेलवे अंडर पास पुलिया आसपास के गांवों के बाशिंदों के लिए मुसीबत का कारण बनी हुई है। जिसकी तरफ से रेल महकमा तो पूरी तरह से उदासीन बना ही है प्रशासन से लगाए जनप्रतिनिधि भी उदासीन नजर आते हैं।