कन्नौज में परियोजनाओं पर मंत्री ने मांगी प्रगति रिपोर्ट:समीक्षा कर लगाई चौपाल

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यूपी के कन्नौज जिले में राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) व्यवसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास विभाग, उत्तर प्रदेश कपिल देव अग्रवाल ने अपने कन्नौज दौरे के दौरान लोक निर्माण विभाग निरीक्षण भवन के सभागार में सरकार की योजनाओं और उनकी समस्याओं को लेकर बैठक की। बैठक में उन्होंने करोड़ों रूपये की परियोजनाओं की समीक्षा भी की। बैठक के दौरान जिला स्तरीय अधिकारियों से विभागीय योजनाओं व अन्य महत्वपूर्ण बिंदुओं की समीक्षा करते हुए उपस्थित अधिकारियों को निर्देश देते हुए उन्होंने बताया कि परियोजना की स्वीकृति की लागत 228.43 करोड़ है‚ जिसके सापेक्ष 212.03 करोड व्यय करते हुए 93 प्रतिशत कार्य पूर्ण होने के साथ ही वर्ष 2022-23 में बी०एस०सी० नर्सिंग की क्लास प्रारम्भ की जा रही है, विधि विज्ञान प्रयोगशाला, कन्नौज की स्वीकृति लागत रु0 68.03 करोड़। जिसके सापेक्ष 44.92 व्यय करते हुए प्रगति 67 प्रतिशत है। जिसमें प्रथम दो तालों पर प्रयोगशाला का संचालन 15.मई से चालू किया जाएगा। इसके उपरांत उन्होंने ग्राम चौपाल में सामिल होकर लोगों को सरकार की योजनाओं की भी जानकारी दी।

जिसके अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बीकूपुर, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र विशुनगढ़,प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र सढ़ियापुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र पट्टी, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र घूरपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र निजामपुर, प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र झौआ का निर्माण कार्य पूर्ण किया जा चुका है। उन्होंने राजकीय पॉलीटेक्निक जसोदा के निर्माण के संबंध में बताया गया कि यह परियोजना दिनांक 3 अगस्त 2016 को स्वीकृत है‚ जिसकी कुल लागत 16.013 करोड़ है, जिसके सापेक्ष रू0 13.82 करोड़ व्यय करते हुए भवन निर्माण कार्य पूर्ण है एवं बाउन्ड्रीवाल कार्य प्रगति पर है। संयुक्त जिला चिकित्सालय में डायलिसिस यूनिट दिनांक 13.नवंबर.2020 को स्वीकृत लागत 0.59 करोड़ हैं जिसके सापेक्ष रू0. 0.52 करोड व्यय करते हुए पूर्ण कराया जा चुका है, जिसको शीघ्र संचालित किया जाएगा। जिला विद्यालय निरीक्षक कार्यालय भवन दिनांक 03.01.2013 को स्वीकृत है, जिसकी लागत रू0 2.00 करोड़ है जिसके सापेक्ष 1.79 करोड व्यय करते हुए पूर्ण कराया जा चुका है। नगर पंचायत सिकन्दरपुर में कान्हा गौशाला का निर्माण कार्य 1.66 करोड़ की लागत से कान्हा गौशाला का निर्माण कार्य पूर्ण कराया जा चुका है।
षि विज्ञान केन्द्र, अनौगी का नवीनीकरण कार्य दिनांक 29.06.2019 को स्वीकृत है, जिसकी लागत 2 करोड़ है जिसके सापेक्ष 2 करोड व्यय करते हुए पूर्ण कराया जा चुका है।इसी क्रम में छिबरामऊ सौरिख विधूना मार्ग का चौडीकरण एवं सुदृढीकरण कार्य दिसम्बर, 2016 को स्वीकृत है, जिसकी कुल लागत 249.25 करोड है, जिसके सापेक्ष 234.4 करोड़ व्यय करते हुए जून, 2021 में निर्माण कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। तिर्वा से बेला मार्ग का चौडीकरण एवं सुदृढीकरण कार्य दिसम्बर, 2016 को स्वीकृत है, जिसकी कुल लागत 139.36 करोड है, जिसके सापेक्ष 132.50 करोड़ व्यय करते हुए कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। मैनपुरी कुसमरा से सौरिख मार्ग का चौडीकरण एवं सुदृढीकरण कार्य सितम्बर, 2020 को स्वीकृत है, जिसकी कुल लागत 18.10 करोड है, जिसके सापेक्ष 17.80 करोड़ व्यय करते हुए निर्माण कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। छदामीपुर्वा से मनिकापुर मार्ग पर सेतु एवं पहुच मार्ग कार्य 9 सितंबर 2019 को स्वीकृत है जिसकी कुल लागत 07.13 करोड है, जिसके सापेक्ष 6.03 करोड़ व्यय करते हुए निर्माण कार्य दिसम्बर, 2021 पूर्ण कराया जा चुका है। छिबरामऊ सौरिख विधूना मार्ग पर ईशन नदी पर दो समानान्तर सेतुओं का निर्माण कार्य 7.सितंबर 2016 को स्वीकृत है जिसकी कुल लागत 13.37 करोड है, जिसके सापेक्ष 10.31 करोड़ व्यय करते हुए निर्माण कार्य मई, 2020 पूर्ण कराया जा चुका है। छिबरामऊ सौरिख विधूना मार्ग पर अरिन्द नदी पर दो समानान्तर सेतुओं का निर्माण कार्य दिनांक 7 सितंबर 2016 को स्वीकृत है जिसकी कुल लागत 9.99 करोड है, जिसके सापेक्ष 8.65 करोड़ व्यय करते हुए निर्माण कार्य जनवरी, 2020 पूर्ण कराया जा चुका है। खेलो इण्डिया के अन्तर्गत ग्राम मिधौली विकासखण्ड छिबरामऊ जनपद कन्नौज की स्वीकृति 8 फरवरी.2019, लागत 5.39 करोड़ । लागत के सापेक्ष 5.15 करोड़ व्यय करते हुए मार्च 2022 में निर्माण कार्य पूर्ण कराया जा चुका है। उन्होंने विद्युत आपूर्ति के सम्बन्ध में प्रश्न किये जिसमें बताया गया कि विगत कुछ समय से तहसील मुख्यालय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत की उपलब्धता की समस्या चल रही थी जबकि अब कोइ समस्या नहीं है। अधिशासी अभियंता विद्युत द्वारा बताया गया कि विद्युत आपूर्ति के सम्बन्ध में प्राप्त शिकायतें एवं खराब ट्रांस्फार्मर को बदलने की स्थिति के सम्बन्ध में बताया कि प्राप्त शिकायतों का समय सीमा में निस्तारण किया जा रहा है एवं माह अप्रैल 2022 में 212 अदद् क्षतिग्रस्त परिवर्तकों को समय सीमा में बदला जा चुका है तथा क्षतिग्रस्त परिवर्तकों को समय सीमा में बदलने की कार्यवाही की जा रही है एवं अतिभारित वितरण परिवर्तकों की क्षमता वृद्धि कर परिवर्तकों की क्षतिग्रस्तता दर कम की गयी है।