अयोध्या में प्रधानमंत्री खेल प्रतियोगिता का उद्घाटन, 36 टीमों ने किया प्रतिभाग

in #minister3 days ago

अयोध्या 16 सितंबर: (डेस्क)अयोध्या के खण्डासा कंपोजिट स्कूल में हाल ही में एक महत्वपूर्ण दो दिवसीय प्रधानमंत्री खेल प्रतियोगिता का आयोजन किया गया।

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इस प्रतियोगिता का उद्घाटन स्वास्थ्य राज्य मंत्री मयंकेश्वर शरण ने किया। यह कार्यक्रम न केवल खेलों के प्रति छात्रों की रुचि को बढ़ावा देने के लिए आयोजित किया गया, बल्कि यह युवा खिलाड़ियों को एक मंच प्रदान करने का भी अवसर था।

प्रतियोगिता के पहले दिन कबड्डी और वॉलीबॉल जैसे खेलों के लीग और क्वार्टर फाइनल मुकाबले खेले गए। इन खेलों में विभिन्न विद्यालयों के छात्रों ने भाग लिया, जिन्होंने अपनी प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन किया। कबड्डी, जो कि एक पारंपरिक भारतीय खेल है, ने दर्शकों को उत्साहित किया, जबकि वॉलीबॉल में भी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली।

खेल प्रतियोगिता का उद्देश्य केवल प्रतिस्पर्धा नहीं था, बल्कि यह
छात्रों के बीच टीम भावना, अनुशासन और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने का भी एक प्रयास था। मंत्री मयंकेश्वर शरण ने अपने उद्घाटन भाषण में कहा कि ऐसे आयोजनों से न केवल खेलों को बढ़ावा मिलता है, बल्कि यह युवा पीढ़ी को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए भी प्रेरित करता है।

प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्रों ने अपने-अपने खेलों में
उत्कृष्टता दिखाई। कबड्डी में टीमों ने अपनी रणनीति और सामूहिक प्रयास से जीतने की कोशिश की। वॉलीबॉल मैचों में तेज़ गेंदबाज़ी और सामंजस्यपूर्ण खेल शैली ने दर्शकों का मन मोह लिया।

इस प्रतियोगिता का आयोजन स्थानीय स्तर पर खेलों को प्रोत्साहित करने और बच्चों को शारीरिक गतिविधियों में शामिल करने के लिए किया गया था। मंत्री ने बताया कि सरकार ऐसी प्रतियोगिताओं को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है ताकि युवा खिलाड़ी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें।

प्रतियोगिता के दौरान, बच्चों ने न केवल खेलों में भाग लिया बल्कि उन्होंने एक-दूसरे से अनुभव साझा किए और नई दोस्तियाँ भी बनाई। इस प्रकार की गतिविधियाँ बच्चों के सामाजिक विकास में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।

इस आयोजन की सफलता ने यह साबित कर दिया कि जब
समुदाय एकजुट होता है, तो सकारात्मक परिणाम सामने आते हैं। खण्डासा कंपोजिट स्कूल में आयोजित इस खेल प्रतियोगिता ने सभी प्रतिभागियों को एक अद्वितीय अनुभव प्रदान किया और भविष्य में ऐसे आयोजनों की आवश्यकता को रेखांकित किया।

कुल मिलाकर, यह प्रतियोगिता न केवल खेलों के प्रति छात्रों की रुचि को बढ़ावा देने का एक साधन थी, बल्कि यह एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली अपनाने की दिशा में भी एक कदम थी। इस प्रकार के आयोजनों से न केवल खिलाड़ियों का विकास होता है, बल्कि समाज में खेल संस्कृति को भी बल मिलता है।