मजदूरों का पलायन जिले के लिए चिंता का विषय
- मजदूरों का पलायन जिले के लिए चिंता का विषय
- नहीं रूक पा रहा जिले से ग्रामीणों का पलायन
- मजदूरी करने बाहर जा रहे क्षेत्र के ग्रामीण
मंडला . जिले के अलग-अलग क्षेत्रों में लगातार बढ़ते पलायन को रोक पाना प्रशासन के लिए असंभव सा हो गया। दीपावली और चुनाव के बाद से लगातार आसपास के नगरी शहरों में बिल्डिंग समेत अनेक कामो के लिए बिल्डरों के आमंत्रण पर क्षेत्र के ग्रामीण पलायन कर रहे है। ग्रामीणों का पलायन करना लगातार जारी है। जिस पर रोक लगाना स्थानीय प्रशासन के बस में नहीं है। आज दिनांक तक जिले की प्रशासनिक व्यवस्था ने मंडला से पलायन को रोकने में कामयाब नहीं हो पाई है।
जानकारी अनुसार क्षेत्र के ग्रामीणों का लगातार पलायन करना क्षेत्र के विकास के लिए घातक साबित हो सकता है। अगर इन मजदूरों को क्षेत्र में ही काम मिलता रहे तो ये पलायन क्यों करें, पलायन करते हुए अनेक मजदूरों ने बताया कि काम धाम कटाई गहाई से फुर्सत होकर कुछ पैसे कमाने की जगत में हमें बाहर काम करने जाना पड़ता है। अगर यही काम हमें हमारे गांव और क्षेत्र में मिले तो हम क्यों मजदूरी करने बाहर जाएं। इस तरह की स्थिति विगत लंबे समय से चलती आ रही है, जिसे रोक पाना सरकार के बस की बात अब नहीं रही। पूर्व में भी ग्रामीण रोजगार गारंटी सहित गांव में अन्य काम हुआ करते थे जिसमें मजदूरों की भागीदारी होती थी, अब मशीनरी कम होने से मजदूरों का काम छिन गया है। जिसके कारण मजदूरों का पलायन करना चिंता का विषय है।
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