स्कूल में नही बन रहा खाना भूखे पेट घर लौट रहे छात्र

in #middaymeel2 years ago

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अनूपपुर। बच्चो को शिक्षा से जोडने के लिए सरकार ने मध्यान्ह भोजन को शामिल किया है। किन्तु यह व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गयी है ग्रामीण क्षेत्रो के विद्यालयों में कई-कई दिनों तक बच्चो को मध्यान्ह भोजन नही मिलता जिम्मेदार लोगो के ध्यान न देने के कारण स्वसहायता समूह भोजन व्यवस्था अपनी मर्जी से नियम विरुद्घ चला रहे है। जिससे शासन की जनहितकारी योजनाओं पर पानी फिर रहा है। सरकार का कहना है हमारे तरफ से मध्यान्ह भोजन की सामग्री भेजने में कोई भी लापरवाही नही बरती जा रही है तो फिर गड़बड़ी कहा से हो रही है इस मामले में सवालिया निशान लग रहा है गरीब बच्चों के मुंह से निवाला छीना जा रहा है। ऐसा क्यू हो रहा है जिम्मेदार ही बता सकते हैं जिले में सैकड़ो विद्यालय होंगे जहाँ मध्यान्ह भोजन नही बनता होगा लेकिन फिर भी यह व्यवस्था को देखने वाला कोई नही है केवल कागजो में सारी व्यवस्था चल रही है। अभी नव निर्वाचित जिला पंचायत सदस्य एवं जिला पंचायत उपाध्यक्ष शिकायत मिलने पर प्राथमिक विद्यालय चोलना का निरीक्षण किया तो पता चला कि वहाँ पर 4 दिनों से मध्यान्ह भोजन बच्चो को नही मिला है और बच्चो से बर्तन धुलवाया जाता है और सब्जी के नाम पर पोरे वर्ष भाजी खिलाई जाती हैं चावल में कीड़े लग गए हैं खाने वाली कोई भी सामग्री सही नही पाई गई गरीब विद्यालय के बच्चो के साथ ऐसा बर्ताव हो रहा है। जिला अनूपपुर के ग्राम कोटमी के प्राथमिक शाला में कई दिनों से मध्यान्ह भोजन नहीं बन रहा है। इस विद्यालय की जिम्मेदारी पार्वती स्व. सहायता समूहो को देने के बाद भी विद्यार्थी स्कूल से भूखे पेट लौट रहे हैं। पार्वती स्व सहायता समूह के द्वारा कई दिनों से इस तरह की लापरवाही की जा रही है जिस कारण से विद्यालय में सही तरीक खाना नही बन पा रहा है। स्वसहायता समूह के लिए मीनू केवल दिखावा बनकर रह गया है सूत्र बताते हैं कि समूह के द्वारा घटिया खाना बच्चो को परोसा जाता है मीनू के अनुसार कभी भी खाना नही बना होगा विद्यालय में खाना बनाने वाली सहयोगी महिला का कहना है कि पार्वती स्व सहायता समूह द्वारा राशन कम दिया जा रहा है। इस विद्यालय में कक्षा 1 से कक्षा 5 तक के छात्र -छात्राएं अध्ययनरत है। समूह द्वारा कम राशन देने के कारण बच्चों को अच्छा और भरपूर भोजन नहीं दे पा रहे हैं राशन कम हो जाने से कभी कभी भोजन नही बन पाता जिस कारण से विद्यालय में पढ़ने वाले बच्चो को भोजन नही मिल पाता।
इनका कहना है
सामग्री के लिए पैसा नहीं मिल रहा है जिससे हम भोजन नहीं बना पा रहे हैं इसी कारण से विद्यालय में भोजन नहीं बना है।
ध्यान सिंह
संचालक पार्वती स्वसहायता समूह प्राथमिक शाला कोटमी
विद्यालय में बन रहे मध्यान्ह भोजन की गुणवत्ता सही नही है बच्चो को मीनू के अनुसार भोजन नही मिलता हैं आज तो भोजन ही नही बना। इस मामले में कई बार स्वसहायता समूह को लिखित में जानकारी दी गयी है फिर भी ध्यान नही दिया जा रहा है।
रामसुंदर राठौर
प्रधानाध्यापक प्राथमिक शाला कोटमी

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