135 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी मेरठ मेट्रो, स्वदेशी तकनीक से हुआ निर्माण

in #metro9 days ago

गाजियाबाद 07 सितंबर (डेस्क):-मेरठ में वर्ष 2025 तक मेट्रो ट्रेन सेवा शुरू करने के लिए रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम (RRTS) ने तेजी से काम करना शुरू कर दिया है। मेट्रो कोच और इंजन, जो स्वदेशी तकनीक से गुजरात के सांवली में निर्मित किए गए हैं, को गाजियाबाद के दुहाई डिपो में लाया जा चुका है। पांच मेट्रो ट्रेनें अब तक डिपो पहुंच चुकी हैं, जहां उनकी टेस्टिंग भी शुरू हो गई है। इन कोचों को बड़े ट्रॉले के माध्यम से लाया गया है और डिपो में इनको जोड़ा जा रहा है। मेरठ मेट्रो की टेस्टिंग के लिए 700 मीटर लंबा ट्रैक भी तैयार किया गया है।

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मेरठ मेट्रो का परिचालन मेरठ दक्षिण से लेकर मोदीपुरम डिपो तक आरआरटीएस कॉरिडोर पर किया जाएगा। इसमें कुल 12 मेट्रो ट्रेनें चलेंगी, प्रत्येक ट्रेन में तीन डिब्बे होंगे और एक ट्रेन में 700 से अधिक यात्री यात्रा कर सकेंगे। अब तक दुहाई डिपो में 10 कोच पहुंच चुके हैं, और बाकी के कोच आने वाले हैं। RRTS प्रवक्ता राजीव कुमार ने बताया कि मेरठ मेट्रो की गति दिल्ली मेट्रो से अधिक होगी, और यह 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ेगी। जबकि रैपिड ट्रेन की अधिकतम रफ्तार 180 किमी प्रति घंटा होगी, मेट्रो की परिचालन गति 120 किमी प्रति घंटा निर्धारित की गई है।

मेरठ मेट्रो के निर्माण में भूमिगत और एलिवेटेड दोनों हिस्सों का समावेश है। भूमिगत टनल निर्माण पूरा हो चुका है और एलिवेटेड हिस्से में वायडक्ट का निर्माण अंतिम चरण में है। मेरठ मेट्रो ट्रेनें आरआरटीएस के बुनियादी ढांचे पर ही संचालित होंगी। यह देश की पहली पहल है जिसमें एक ही कॉरिडोर पर दो अलग-अलग प्रकार की ट्रेनें चलाई जाएंगी। 23 किलोमीटर लंबे मेरठ मेट्रो कॉरिडोर में 18 किलोमीटर एलिवेटेड और 5 किलोमीटर भूमिगत होगा।

मेरठ मेट्रो शहर के उत्तरी और दक्षिणी छोर को जोड़ते हुए यातायात की सुविधा में क्रांति लाने वाली है। यह मोदीपुरम से मेरठ साउथ तक जाएगी, जिससे गाजियाबाद और मेरठ के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी। स्टेशनों को यात्रियों की सुविधा के लिए एक से दो किलोमीटर की दूरी पर बनाया गया है, जिससे यात्रियों के लिए आवागमन सुविधाजनक हो सके। मेट्रो का रखरखाव एल्सटॉम कंपनी द्वारा अगले 15 वर्षों तक किया जाएगा, जिससे मेट्रो सेवा के सुचारू संचालन की पूरी जिम्मेदारी सुनिश्चित की गई है।