आईआईएमटी को संरक्षक संस्थान का दर्जा मिला।

मेरठ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने आईआईएमटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साईसेज् आईआईएमटी विश्वविद्यालय को संरक्षक संस्थान का दर्जा दिया है। नर्सिंग शिक्षा की उल्लेखनीय गुणवत्ता बनाए रखने और एक संरक्षक संस्थान बनने की मान्यता देकर आईआईएमटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साईसेज् से अपेक्षा की गयी है कि वह उत्तर प्रदेश के अन्य नर्सिंग संस्थानों के विकास लिए उनका उचित मार्गदर्शन करेगा। शनिवार को लखनऊ के एसजीपीजीआई के कन्वेन्शन सेंटर में मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने ‘‘मिशन निरामया’’ अभियान का शुभारंभ किया। भव्य कार्यक्रम में आईआईएमटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साईसेज् आईआईएमटी विश्वविद्यालय की प्राचार्या श्रीमती आशा यादव को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने संरक्षक संस्थान का प्रमाणपत्र प्रदान किया। इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक और राज्यमंत्री चिकित्सा शिक्षा, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य, परिवार कल्याण मयंकेश्वर शरण सिंह मौजूद रहे। गौरतलब है कि आईआईएमटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साईसेज् को राज्य चिकित्सा संकाय ने संरक्षक संस्थान के तौर पर चुना है। विशेषज्ञों के कठोर निरीक्षण एवं गुणवत्ता की जांच के बाद ही कॉलेज को यह दर्जा दिया गया है। भविष्य में आईआईएमटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साईसेज् अन्य नर्सिग संस्थानों में गुणवत्ता बढाने के उददेश्य से उत्तर प्रदेश सरकार के साथ मिलकर कार्य करेगा।
आईआईएमटी विश्वविद्यालय के कुलाधिपति योगेश मोहनगुप्ता ने इस उपलब्धि पर हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि उ0प्र0 सरकार द्वारा सौंपी गयी जिम्मेदारी यह दर्शाती है कि हम सही दिशा में सार्थक प्रयास करने में सफल हैं। कुलाधिपति जी ने इस उपलब्धि के लिए नर्सिग विभाग को अपनी शुभकामनाएं दीं। आईआईएमटी विश्वविद्यालय के प्रति कुलाधिपति डा0 मयंक अग्रवाल ने कहा कि आईआईएमटी कॉलेज ऑफ मेडिकल साईसेज् को संरक्षक संस्थान का दर्जा दिये जाने से नर्सिंग क्षेत्र की गुणवत्ता में वृद्धि होगी। आईआईएमटी विश्वविद्यालय की कुलपति डा0 दीपा शर्मा ने कहा कि आईआईएमटी विश्वविद्यालय प्रबंधन द्वारा दी जा रही प्रेरणा और मार्गदर्शन से ही यह उपलब्धि हासिल हुई है।IMG_20221009_080209.jpg