गर्भवती महिलाओं में खून की कमी का होना जानलेवा साबित हो सकता है।

मेरठ। गर्भवती महिलाओं में खून की कमी का होना जानलेवा साबित हो सकता है।IMG_20221009_073814.jpg यह बात डा. किरण सिंह कहीं और चेतवानी दी कि गर्भवस्था में खून की कमी के कारण प्रसव के दौरान महिला की जान भी जा सकती है। मेरठ के परीक्षितगढ़ सीएचसी पर पिछले तीन माह के आकड़े चौकाने वाले है । हांलाकि सितंबर में भी यह सिलसिला जारी है । डॉ निकिता बंसल ने बताया कि महिलाओं को गर्भवस्था के दौरान से सरकार आशा , एएनएम व आगनबाड़ी के माध्यम से जागरूक करती है । डॉ ० किरण सिंह ने बताया कि गर्भवस्था में खून की कमी के कारण प्रसव के दौरान महिला की जान भी जा सकती है । १२.५ ग्राम हीमोग्लोबिन सामन्य है । यदि यह घटकर ६ ग्राम पहुंच गया तो खून चढ़ाने की नौबत आ सकती है । इसके बाद भी ध्यान नहीं दिया गया तो ऐसे में प्रसव के दौरान महिला की मृत्यु भी हो सकती है । खून की कमी के कारण गर्भ में पल रहा बच्चा भी कमजोर हो सकता है । जिससे शिशु की जान को भी खतरा बना रहता है। डॉ ० लता ने बताया कि खून की कमी के कारण प्रसव के दौरान हो सकती है महिला की मृत्यु , खून की कमी के कारण लगातर बुखार आना , चिडाचिडापन , चक्कर आना , व भूख न लगन , गर्भ में पल रहा शिशु का कमजोर होगा । डॉ ० अणिमा गुप्ता ने बतया कि गर्भवस्था के दौरान लापरवाही नहीं बतरनी चाहिए। डॉ ० दीपक कुमार ने बताया कि गर्भवती महिलाओं के साथ साथ पुरुषों में भी खून की कमी के मामले जांच के दौरान सामने आ रहे है । सही खान पान सही न होना व बिगड़ी दिनचर्य के आदतों के कारण हो रहा है । हरी सब्ज्यिां व पोष्टिक आहर का अधिक सेवन करना चाहिए । अन्यथा परिणाम घातक हो सकते है।