सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दौराला, सरधना,मवाना और जिला अस्पताल में हुआ क्लीनिक का आयोजन।
मेरठ। जनपद की चारों फर्स्ट रेफरल यूनिट (एफआरयू) पर मंगलवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन किया गया। जिला महिला चिकित्सालय, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र- दौराला,मवाना व सरधना पर इस विशेष क्लीनिक का आयोजन किया। विशेष क्लीनिक में गर्भवती की प्रसव पूर्व जांच, उच्च जोखिम वाली गर्भावस्था (हाई रिस्क प्रेगनेंसी) की पहचान, पोषण, परिवार नियोजन तथा प्रसव स्थान के चयन के बारे में काउंसलिंग की गयी।
परिवार नियोजन की नोडल अधिकारी डा पूजा शर्मा ने बताया-सुरक्षित मातृत्व पर सरकार का विशेष जोर है, दरअसल सुरक्षित मातृत्व मां और शिशु, दोनों की सुरक्षा से जुड़ा विषय है। इसलिए प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान को विस्तार देते हुए चारों फर्स्ट रेफरल यूनिट पर मंगलवार को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक का आयोजन किया गया। उन्होंने बताया हर माह की नौ तारीख को सभी स्वास्थ्य केंद्रों पर प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान (पीएमएसएमए) दिवस का आयोजन पहले से हो रहा है।
जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमएस) सुमन सिरोही ने बताया -गर्भावस्था में जब जटिलताओं की संभावना अधिक होती है तो, उस गर्भावस्था को उच्च जोखिम वाली गर्भवस्था में रखा जाता है और इसका पता लगाने के लिए प्रशिक्षित चिकित्सक के द्वारा प्रसव पूर्व सम्पूर्ण जांच कराना बहुत जरूरी होता है,जिससे समय रहते इसका पता लगाकर, इससे होने वाले खतरों से गर्भवती को बचाया जा सके। उन्होंने कहा विभाग का अधिक से अधिक गर्भवती की जांच करने का प्रयास रहता है। इसके लिए आशा कार्यकर्ताओं को ज़िम्मेदारी दी गयी है कि वह अपने क्षेत्र की सभी गर्भवती को इस दिवस पर केंद्र पर लाकर उनकी जांच करवाएँ।उन्होंने बताया विशेष क्लीनिक परआने वाली गर्भवती की विभिन्न प्रकार की जांच कीगयीं।
जिला कंसलटेंट मातृत्व स्वास्थ्य इलमा अजीम ने बताया- सुरक्षित मातृत्व क्लीनिक के दौरान महिलाओं को रक्त, मूत्र, रक्तचाप, शुगर और पेट की जांच के साथ ही अल्ट्रासाउंड की सेवा दी गयी। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान का उद्देश्य गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य में सुधार लाने के साथ सेहत के प्रति जागरूक करना है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र दौराला के प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डा. विपिन ने बताया विशेष क्लीनिक पर आयी गर्भवती महिलाओं की जांच की गयी और कैसे उनका स्वास्थ्य इस परिस्थिति में ठीक रहे इसके बारे में भी बताया गया।