क्या है लठ्ठा का मेला? जानने के लिए पढिए खबर.
मथुरा- भारत में कई तरह के अलग अलग मेलों का आयोजन किया जाता है इनमें ही एक मेला होता है लठ्ठा का मेला. हम आपको बताते हैं आखिर कैसा होता है लठ्ठा का मेला- दरअसल मथुरा के वृंदावन में उत्तर भारत के प्रसिद्ध श्रीरंगनाथ मन्दिर में लठ्ठा के मेले का आयोजन किया जाता है।
इसदिन नंदोत्सव के रूप में आयोजित लट्ठा के मेले का आनंद लेने के लिए स्वयं भगवान गोदारंगमन्नार कल्पवृक्ष पर सवार होकर आयोजन स्थल पर पहुंचते हैं। वहीं हजारों की संख्या में श्रद्धालु भक्तों की भीड़ भी इसे देखने पहुंचती है । इस मेले में करीब 40 फुट ऊंचे चंदन की लकड़ी के लठ्ठे पर गुर्ज यानि नारियल व को बांध दिया जाता है जिसे अलग अलग अखाड़ों से आए पहलवान मानव सीढ़ी बनाकर प्राप्त करने की कोशिश करते हैं। तथा इनके ऊपर मचान पर बैठे मंदिर के सेवायत व कर्मचारी तेल और हल्दी का मिश्रित जल डालकर इनको मानव सीढ़ी बनाने से रोकते हैं। किसी एक अखाड़े के पहलवानों द्वारा इसे प्राप्त कर लिया जाता है। इसके साथ ही मेला स्थल पर उपस्थित हजारों दर्शकगण पहलवानों के चढ़ने व गिरने का आनंद लेने के साथ ही उनका उत्साहवर्धन भी करते हैं। आखिरकार पहलवानों ने एक बार पुनः ठाकुरजी से आशीर्वाद लेकर काफी जोर आजमाइश के बाद गुर्ज हासिल कर विजय पताका पकड़ी। पहलवानों द्वारा गुर्ज प्राप्त करने के बाद सम्पूर्ण परिसर रंगनाथ भगवान के जयकारों से गुंजायमान हो उठता है। आज भी इस मेले का आयोजन किया गया जिसका दर्शकों ने जमकर आनंद लिया।