कहो तो कह दूं

in #mashyapradesh2 years ago (edited)

IMG_20220606_120432.jpgकहो तो कह दूं
पं अजय मिश्र
चुनाव की घोषणा होते ही राजनीति के बड़के भइया की बांछे खिली हुई हैं, दिल गार्डन गार्डन है। चुनाव की तिथि आते ही वे आ धमके और बोले भई सबसे दिलचस्प चुनाव पार्षदी का होता है। लोकसभा, विधानसभा चुनावो मे जहां एवरेज वोटिंग 60 फीसदी से ज्यादा नही जाती लेकिन पार्षदी चुनाव मे ये आंकड़ा 90-95 प्रतिशत रहता है। नगर मे प्राकृतिक मौत मर रहा बुजुर्ग भी वोट डालने के लिए 1-2 घंटे तक यमराज को वेट करा लेता है। हमने कहा कि भइया चुनाव लड़ने जा रहे हो क्या तो बड़के भइया बिदक गए और बुरा सा मुंह बनाते बोले नहीं भाई मैं तो बिधायक़ी लडूंगा पर यहाँ लड़ाऊंगा। पार्षदी कैसे जीतें' का क्रैश कोर्स चलाऊंगा, यह कहते हुए वे रूखसत हो गए। इन दिनों बड़के भइया के घर के सामने लगे जूते-चप्पल के ढेर देखकर आंखें चौड़ी हो रही है । बड़के भइया के घर के भीतर झांका तो हैरान रह गया। कई युवा बूढ़े चेहरे बड़के भइया का लेक्चर सुन रहे थे और वे टाइप्स आफ वोटर पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाल रहे थे। बहरहाल इन दिनों बड़के भइया का जलवा है भविष्य का हर पार्षद उनसे अपनी सेटिंग में लगा हुआ है बड़के भइया का मतदाता ज्ञान सुनकर तो भावी पार्षद फिलहाल अध्यक्ष कैसे बने का ज्ञान भी अकेले में लेते नज़र आ रहे हैं

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