कहो तो कह दूं
कहो तो कह दूं
पं अजय मिश्र
चुनाव की घोषणा होते ही राजनीति के बड़के भइया की बांछे खिली हुई हैं, दिल गार्डन गार्डन है। चुनाव की तिथि आते ही वे आ धमके और बोले भई सबसे दिलचस्प चुनाव पार्षदी का होता है। लोकसभा, विधानसभा चुनावो मे जहां एवरेज वोटिंग 60 फीसदी से ज्यादा नही जाती लेकिन पार्षदी चुनाव मे ये आंकड़ा 90-95 प्रतिशत रहता है। नगर मे प्राकृतिक मौत मर रहा बुजुर्ग भी वोट डालने के लिए 1-2 घंटे तक यमराज को वेट करा लेता है। हमने कहा कि भइया चुनाव लड़ने जा रहे हो क्या तो बड़के भइया बिदक गए और बुरा सा मुंह बनाते बोले नहीं भाई मैं तो बिधायक़ी लडूंगा पर यहाँ लड़ाऊंगा। पार्षदी कैसे जीतें' का क्रैश कोर्स चलाऊंगा, यह कहते हुए वे रूखसत हो गए। इन दिनों बड़के भइया के घर के सामने लगे जूते-चप्पल के ढेर देखकर आंखें चौड़ी हो रही है । बड़के भइया के घर के भीतर झांका तो हैरान रह गया। कई युवा बूढ़े चेहरे बड़के भइया का लेक्चर सुन रहे थे और वे टाइप्स आफ वोटर पर विस्तारपूर्वक प्रकाश डाल रहे थे। बहरहाल इन दिनों बड़के भइया का जलवा है भविष्य का हर पार्षद उनसे अपनी सेटिंग में लगा हुआ है बड़के भइया का मतदाता ज्ञान सुनकर तो भावी पार्षद फिलहाल अध्यक्ष कैसे बने का ज्ञान भी अकेले में लेते नज़र आ रहे हैं
Good coverage
nice
Nice kavrej
Zabardast
Ok
बहुत खूब वर्णन
Nice
Good
Thik hai
Sabhi log like kariye
Like व कॉमेंट भी कर दिया। अब कॉमेंट को भी like करें वहां भी वर्दीयम कॉइन मिलेंगे
कर दिए सर्
Ok
साथ चलो, मिलकर चलो, मंज़िल तक पहुंच जाएंगे।
Ok
👌
Nice
Nice
बस यूं ही लाइक करते रहिए
सबका साथ सबका विकास
सबका साथ सबका विकास
साथ चलो, मिलकर चलो, मंज़िल तक पहुंच जाएंगे।